कानपुर (इंटरनेट डेस्क)। फ्लोरिडा की छठी वरीयता प्राप्त खिलाड़ी कड़ी मेहनत करने वाली दूसरी वरीयता प्राप्त सबलेंका के खिलाफ अंडरडॉग के रूप में फाइनल में गई थी। न्यूयॉर्क के आर्थर एशे स्टेडियम में खेले गए खिताबी मुकाबले में कोको 1999 के बाद वह यूएस ओपन जीतने वालीं पहली टीनेजर खिलाड़ी हैं। 1999 में सेरेना विलियम्स ने ऐसा किया था।

शानदार वापसी

वर्ल्ड नंबर 2 सबालेंका ने कोको के खिलाफ शानदार शुरुआत की और पहला सेट दमदार अंदाज में 6-2 से जीता। दूसरे सेट में मुकाबला 1-1 से बराबरी पर चल रहा था। इसके बाद कोको ने लय पकड़ी और सबालेंका को 6-3 से दूसरे सेट में हराकर मुकाबला तीसरे सेट के लिए घसीट दिया। तीसरे सेट में कोको ने सबालेंका को कोई मौका नहीं दिया और 6-2 से आखिरी सेट जीतकर खिताब अपने नाम कर लिया।

भावुक हुईं कोको

खिताबी जीत पर कोको को 25 करोड़ रुपए के करीब ईनामी धनराशि मिली है। जैसे ही कोको चैंपियन बनीं, जीत की खुशी में उनकी आंखों से आंसू छलक उठे। उन्होंने अपनी मां और पिताजी को रोते हुए गले लगाया। वहीं गॉफ ने सबसे पहले माता-पिता, दादा-दादी, और अपने भाइयों को धन्यवाद दिया।

विलियम्स बहनें हैं आदर्श

13 मार्च 2004 को जन्मींं कोको के बारे में कमलोगों को ही यह बात मालूम होगी कि वो बचपन में अपने माता-पिता के साथ अपनी आदर्श सेरेना और वीनस विलियम्स को यूएस ओपन में देखने के लिए जाती थीं। उन्होंने 6 साल की उम्र में ही टेनिस खेलना शुरू कर दिया था।

'कोको ने बेहतर खेल दिखाया। इस युवा खिलाड़ी के लिए अभी और भी खिताब आने बाकी हैं।'

- सबालेंका

'यह मेरे लिए काफी मायने रखता है। मैं अभी तक इस जीत से हैरान हूं। पिछले साल फ्रेंच ओपन के फाइनल में हारना मेरे लिए काफी निराशा वाला था। उस हार ने मेरी इस जीत को और भी प्यारा बना दिया है।'

- कोको गॉफ