- जागेश्वर नाला निर्माण के दौरान ही बरती गई अनियमितता

- दयालबाग क्षेत्र में बने नाले की अफसर अब करेंगे जांच

आगरा। नगर निगम के गैरजिम्मेदाराना रवैये का खामियाजा जागेश्वर कॉलोनीवासियों को झेलना पड़ा है, वहीं नगर निगम को भी 15 लाख रुपए से अधिक की चोट पहुंची है। इसकी शिकायत के बाद भी प्रशासन सचेत नहीं हुआ है। इससे लोग अब आक्रोशित हो रहे हैं।

कई बार की थी शिकायत

दयालबाग स्थित जागेश्वर नगर के शनि मंदिर से लेकर चौरांगा मंदिर तक नाला निर्माण का कार्य अक्टूबर 2015 में शुरू किया गया। इस दौरान ही ठेकेदार ने निर्माण में धांधली की। ये निर्माण वर्ष 2016 में पूरा किया गया। इस बीच स्थानीय निवासियों ने निर्माण को लेकर नगर निगम अधिकारियों से लगातार शिकायत की। इसके बावजूद अधिकारियों ने जांच पड़ताल नहीं की। ये नाला 15 लाख रुपए खर्च करके तैयार किया गया। लेकिन ये बनने के महज तीन महीने बाद ही ढह गया। इससे परेशानी और बढ़ गई है।

दिनेश राजपूत ने बताया कि नाला बनने से पहले ही अनियमितता को लेकर कई बार शिकायतें की गई। लेकिन अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया। ठेकेदार ने निर्माण में मनमानी की। ये नाला तीन महीने भी चल नहीं सका।

मुकेश शर्मा ने बताया कि जागेश्वर नाले की समस्या को कई वर्षो बाद दूर करने के लिए निर्माण किया गया, लेकिन अधिकारियों और ठेकेदार की मिलीभगत ने जीवन बद से बदतर हो गया है। निर्माण कार्य में अनियमितता बरती गई। वरना इतनी जल्दी नाला नहीं ढहता।

निर्माण के दौरान ही की शिकायत

जागरूक जनता में एक गीतम सिंह राजपूत ने नाला निर्माण के दौरान ही बरती जा रही अनियमितता की शिकायत नगर निगम अधिकारियों से की। वह भी तीन-तीन शिकायत। इसके बाद भी सावधानी बरती नहीं गई। इसका नतीजा यह है कि निर्माण के कुछ महीने बाद ही नाला ढह गया है।