प्रकाश नगर नुनिहाई में सात में से छह हैंडपंप खराब
एरिया में पाइपलाइन बिछाकर भूल गए आला अधिकारी
AGRA। जरा सोचिए। आपको सुबह दस बजे दफ्तर जाना है। आठ बजे पानी के लिए आप हैंडपंप पर पहुंचे। वहां लंबी लाइन मिली। आपका नंबर नौ बजे तक नहीं आया। इस दौरान पानी को लेकर झगड़ा भी शुरू हो गया। यानी आपकी मॉर्निग पूरी खराब हो गई। आपको बिना नहाए दफ्तर जाना पड़ा और दिन भर टेंशन बनी रही वो अलग। आजकल कुछ इसी प्रॉब्लम से फेसआउट हो रहे हैं प्रकाश नगर नुनिहाई के निवासी। जहां सिर्फ एक हैंडपंप भ्00 घरों का पानी भरवा रहा है।
सात में से छह हैंडपंप खराब
प्रकाश नगर में सात हैंडपंप लगे हैं। विभागीय अनदेखी से छह हैंडपंप खराब पड़े हैं। एक हैंडपंप पानी दे रहा है। खास बात यह है कि भ्00 परिवारों की आबादी में सिर्फ एक हैंडपंप है।
कई सालों से है ये हाल
अफसरों की लापरवाही ही कही जाएगी कि अभी तक इस समस्या पर कोई नजर उनकी नहीं गई है। जनप्रतिनिधियों की बेरुखी भी पब्लिक के सब्र का इम्तिहान ले रही है। जो कभी भी सड़क पर आकर फूट सकता है। कई सालों से यह समस्या झेलते हुए लोग तंग आ चुके हैं।
लगती है लंबी लाइन
प्रकाश नगर में पानी भरने के लिए मॉर्निग से ही लंबी लाइन लगने लगती है। एक बाल्टी पानी भरने के लिए लोगों को एक से दो घंटे खड़ा रहना पड़ता है।
पाइपलाइन की कनेक्टिविटी नहीं
जल संस्थान द्वारा प्रकाश नगर में पानी की सप्लाई के लिए लगभग चार साल पहले पाइपलाइन बिछाई। इसके बाद आला अधिकारी पाइपलाइन बिछाकर भूल गए। उसकी कनेक्टिविटी नहीं की गई।
एक घंटे भी सिटी को पानी नहीं
यमुना सूख रही है। वाटर वर्क्स बंद पडे़ हैं। पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही। घरों में पानी नहीं है। सिटी में हाहाकार मचा हुआ है। सिकंदरा जल संस्थान के उपकरण चार दिन से ठप हैं। अफसर कानों में रुई डाले बैठे हुए हैं।
यमुना का गिर गया जल स्तर
यमुना का जलस्तर बीते तीन दिनों के अंदर क्.भ् फीट तक कम हो गया है। जिसके चलते सिकंदरा स्थित एमबीबीआर (मूविंग बैड बॉयोलॉजिकल रिएक्टर) प्लांट बंद पड़ा है। जीवनी मंडी स्थित जल संस्थान से कुछ समय तक ही पानी की सप्लाई की जा रही है।
मशीन पड़ी है खराब
जल संस्थान सिकंदरा की मशीन भी खराब पड़ी है। जिसके चलते भी जल संस्थान सिटी के एरियाज में पानी सप्लाई नहीं करा पा रहा है। जल संस्थान के अधिकारी भी अपने आप को इस मुसीबत से बचाने के प्रयास में जुट गए हैं।
जल संस्थान द्वारा हमारे वार्ड में पानी की सप्लाई नहीं की जा रही। बूंद-बूंद पानी के लिए भटकना पड़ रहा है। कोई सुनने वाला नहीं है।
अमीन, लोकलाइट
'मेरा घर हैंडपंप से आधा किलोमीटर दूर है, लेकिन क्या करें पानी तो चाहिए ही। इसलिए पानी भरने आना पड़ता है। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक पानी ढोते हैं.'
सत्तार, लोकलाइट
'लोगों को दिखाने के लिए पाइपलाइन जल संस्थान ने बिछाई है। यदि उसकी कनेक्टिविटी हो जाए तो पानी की प्रॉब्लम कुछ हद तक खत्म हो सकती है.'
इरफान, लोकलाइट
'काम करने जाएं या फिर घर में बैठकर पानी भरें, बड़ी समस्या सामने आ पड़ी है। खराब हैंडपंपों को भी ठीक नहीं कराया है.'
फिरोज अहमद लोकलाइट
'शीघ्र पाइपलाइन की कनेक्टिविटी कराकर लोगों को पानी सप्लाई किया जाएगा। इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं.'
मंजूरानी गुप्ता, जीएम, जल संस्थान
'जो भी हैंडपंप खराब पड़े हैं, यदि उस एरिया की पब्लिक नगर निगम में कंपलेन करेगी तो उनकी प्रॉब्लम को सॉल्व कराया जाएगा। अपने स्तर से भी दिखवाया जाएगा.'
इन्द्र विक्रम सिंह, नगर आयुक्त
'यमुना का जलस्तर कम होने के चलते सिटी में थोड़ा कम पानी सप्लाई किया गया है, जैसे ही रॉ वाटर बढ़ेगा पानी की सप्लाई बढ़ा दी जाएगी.'
मंजूरानी गुप्ता जीएम जल संस्थान