नाइन एमएम करता है इस्तेमाल

सौहल्ला दोहरे मर्डरकांड में नाइन एमएम कारतूसों को कई कॉटेज मिले हैैं। टीटू के शरीर से भी नाइन एमएम पिस्टल का कॉटेज निकला है। नाइन एमएम का उपयोग इससे पहले हरेन्द्र राणा पहले भी दो वारदातों में कर चुका है। दो अक्टूरबर 2012 में श्रीधाम एक्सप्रेस में मोहित भारद्वाज को पुलिस कस्टडी में राणा ने ही मारा था। एपी एक्सपे्रस में खुद को छुड़ाने के लिए भी पांच दिसंबर को उसके साथियों ने भी नाइन एमएम पिस्टल का ही इस्तेमाल किया था।

आगरा में मिली है लोकेशन

पुलिस सूत्रों के अनुसार टीटू यादव के मर्डर से दो दिन पहले हरेन्द्र राणा की लोकेशन आगरा मिली है। हरेन्द्र ने इस दौरान पचास हजार के इनामी बदमाश धारा सिंह से भी संपर्क किया है। धारा का नाम तीन महीने पहले एक प्रोफेसर को किडनैप करने के मामले में आया था। उसके गांव के पास एसपी सिटी, एसपी ट्रैफिक पुलिस फोर्स के साथ कांबिग की थी। उसके बाद से धारा ने एमपी के भिंड, मुरैना में डेरा डाल लिया है। धारा की प्रेमिका का भाई रामवीर भी जेल में बंद है।

टीटू के मर्डर के बाद कीठम में दिखे थे

सोर्सेस के अनुसार टीटू यादव को मारने के बाद दो बाइकों पर चार लोग कीठम के पास रेलवे ट्रैक पर दिखाई दिए थे। दो लोग हेलमेट लगाए थे। वह उतारकर खड़े थे। रेलगाड़ी आने पर दूसरी तरफ हो गए थे। वह बार-बार झांककर गाड़ी के पहियों से देख रहे थे, जिस ग्रामीण ने देखा है वह देखने से पुलिस वाला लगता है। इसलिए उसे पीछे मुड़कर देखते जा रहे थे। दोनों की कद-काठी से हरेन्द्र राणा और वीनेश के जैसी लग रही थी।

समझौते का हुआ था प्रयास

टीटू यादव को इस लड़ाई को खत्म करने के लिए बंटी यादव के फिरोजाबाद के रिश्तेदार ने समझौता कराने का प्रयास किया था। मीटिंग में यादव समाज के आधा दर्जन से अधिक पुलिसकर्मी शामिल हुए थे। लेकिन टीटू ने अपने समाज के लोगों को फटकार दिया था। उसके बाद से बंटी यादव ने बाहर निकलने से पहले टीटू को मारने का प्लान बना लिया था।

-शलभ माथुर, एसएसपी आगरा

हरेन्द्र राणा और धारा सिंह का इस मर्डर में हाथ होने से भी मना नहीं किया जा सकता है। उस बात को ध्यान में रखकर भी पुलिस काम कर रही है।