आगरा. सहायक आयुक्त एके गुप्ता ने बताया कि दूसरी लैब को संचालित किया जा रहा है। उसमें दूरस्थ जिलों के नमूनों की जांच की जाती है। बता दें कि प्रदेश में एफएसडीए की 6 लैब कार्यरत हैं। आगरा की लैब में 11 के सापेक्ष 6 कर्मचारियों का स्टाफ है। फतेहाबाद रोड में बन रही हाईटेक फूड टेस्टिंग लैब कोलकाता फूड टेस्टिंग लैब सरीखी होगी। यह लैब सेन्ट्रल एसी होने के साथ अत्याधुनिक मशीनों से सुसज्जित होगी। इस लैब में सैंपल की एक्यूरेसी ही डिसप्ले होगी। आम तौर पर देखा जाता है लखनऊ की लैब में कुछ दर्शा रहा है, और कोलकाता की फूड टेस्टिंग लैब में रिपोर्ट कुछ आ रही है। ऐसे कारणों से बचा जा सकेगा। हाईटेक लैब तैयार होने के बाद 14 दिन में रिपोर्ट प्राप्त हो सकेगी। इसके लिए महीनों का इंतजार नहीं करना पड़ेगा।

इस प्रकार के सैंपलों की हो सकेगी जांच
नई फूड टेस्टिंग लैंब में विभिन्न प्रकार के सैंपलों की जांच हो सकेगी। यह इतनी हाईटेक होगी कि जांच में पूर्ण रूप से एक्यूरेसी आएगी, जिस खाद्य पदार्थों की जांच हो सकेगी वे इस प्रकार हैं।

1- स्वीटेंड कार्बोनेटड वॉटर
2- पैक्ड मिठाईयां
3- रेडी टू ईट सीरियल
4- नूडल्स पास्ता एवं पिज्जा
5-सभी नमूनों में भारी धातु तत्वों की जांच
6- सभी रंगीन नमूनों में रंगों की जांच
7- पैक्ड पेयजल एवं मिनिरल वॉटर
8- आयरन फोर्टिफाइड नमक
9- मल्टी विटामिन
10- वेट गेनर व्हे प्रोटीन आदि की जांच
11- हल्दी साबुत एवं पिसी में भारी तत्वों की जांच हो सकेगी।

अभी लखनऊ भेजे जाते हैं सैंपल
एफएसडीए के अधिकारी छापेमारी कर सैम्पलिंग करते हैं। संदेह के आधार पर खाद्य पदार्थों के सैंपल इकट्ठा करते हैं। उनको जांच के लिए लखनऊ भेजा जाता है। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई को आगे बढ़ाया जाता है, लेकिन महीनों में रिपोर्ट विभाग को प्राप्त नहीं हो पाती है।

वर्जन
वर्तमान में एक लैब संचालित की जा रही है। इसमें प्राप्त होने वाले नमूनों की जांच की जा रही है। एक दूसरी हाईटेक एफएसडीए की लैब तैयार की जा रही है। ये अप्रैल 2023 में बनकर तैयार हो जाएगी।
एके गुप्ता, सहायक आयुक्त खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन आगरा