कई दिनों से चल रही थी तैयारी
क्रिसमस को लेकर शहर के गिरजाघरों में पिछले कई दिनों से तैयारियां जारी थीं। भव्य सजावट की जा रही थी। चरनी भी बनाई गई थी। रविवार रात 11 बजे अधिकांश गिरजाघरों में पुरोहितों ने विधि-विधान से भक्तों के साथ पूजा संपन्न कराई। मध्यरात्रि में गिरजाघरों में जन्म की पवित्र पूजा कर सामूहिक प्रार्थना सभा आयोजित की गई।

कैरोल गीत गाए गए
आगरा महाधर्मप्रांत के आध्यात्मिक निर्देशक व मीडिया प्रभारी फादर मून लाजरस ने सभी को बधाई दी। उन्होंने बताया कि क्रिसमस की मध्यरात्रि को जागरण पूजा के दौरान पवित्र बाइबिल से पाठ पढ़े गए। कैरोल गाए गए और विशेष संदेश दिए गए.्र आर्चबिशप डॉ। राफी मंजलि ने अपने संदेश में कहा कि क्रिसमस पर ईश्वर ने अपने इकलौते पुत्र को हमारे पापों की खातिर इस दुनिया में भेजा ताकि मानव जाति मुक्ति प्राप्त कर सके। बिशप पीपी हाबिल ने कहा कि प्रभु ईसा ने मानव स्वभाव धारण कर हमें जीवन जीने की आशा और प्रेरणा दी। उसने हमें दूसरों के लिए जीना सिखाया। क्रिश्चियन समाज सेवा सोसायटी के अध्यक्ष डेनिस सिल्वेरना ने बताया कि सभी चर्च में विश्वासियों ने पहुंचकर प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया और त्योहार की खुशियां मनाई।

चर्च के बाहर लगा मेला
सभी गिरजाघरों में प्रभु ईसा के जन्म की झांकियां सजाईं गईं। सोमवार को सुबह प्रेयर के बाद सभी प्रमुख चर्च दिनभर लोगों के लिए खुले रहेंगे।
वजीरपुरा स्थित निष्कलंक माता महागिरजाघर की रौनक देखते ही बनती थी। पूरे परिसर में आकर्षक रोशनी से सजाने के साथ आकर्षक झांकियां लोगों के आकर्षण का केंद्र रहीं। झूले और दुकानें लगने से वहां मेले जैसा माहौल बन गया। वहीं प्रतापपुरा स्थित सेंट मैरिज चर्च मे झांकी को देखने अनुयायी काफी संख्या में पहुंचे। घरों में भी क्रिसमस ट्री के साथ क्रिप (झांकी) सजाई गई।