आगरा(ब्यूरो)। प्रकाश नगर निवासी दिनेश का लेमिनेशन का कारखाना है। शाहगंज निवासी जितेद्र कुमार उर्फ जीतू राणा अपने माल का लेमिनेशन दिनेश के यहां कराता था। तीन महीने पहले विवाद होने पर दिनेश ने जितेंद्र से व्यापारिक संबंध तोड़ लिए। वह दिनेश से रंजिश मानने लगा। जितेंद्र की हिस्ट्रीशीटर वीपी से मित्रता है। उसने वीपी को एक लाख रुपए में दिनेश की सुपारी दी थी। नौ मई की रात को वीपी अपने साथी अनुज शर्मा के साथ बाइक पर आया था। कारखाने के दरवाजे पर खड़े दिनेश पर दो गोलियां चलाईं, जिसमें वह बच गया था। दिनेश ने मुकदमा दर्ज कराया था।

50 हजार रुपए लिए थे एडवांस
पुलिस उपायुक्त विकास कुमार ने बताया कि हमलावरों की बाइक कैमरे में दिखी थी। उसकी पहचान कराई गई, जिससे पुलिस वीपी तक पहुंची। गुरुवार को वीपी को पकड़कर पूछताछ के बाद जितेंद्र को गिरफ्तार किया। घटना में शामिल अनुज शर्मा फरार है। जितेंद्र ने बताया कि उसने दिनेश की सुपारी के 50 हजार रुपए वीपी को पेशगी में दिए थे। बाकी रकम काम होने के बाद देना तय हुआ था। पुलिस ने आरोपी से 30 हजार रुपए, दो मोबाइल और एक बाइक बरामद की है।

वीपी पर मिला फोटो बनेगा साक्ष्य
पुलिस उपायुक्त ने बताया कि विनय प्रताप उर्फ वीपी के पास दिनेश का फोटो मिला हे। जिस पर दिनेश का नाम लिखा हुआ है। फोटो पर हस्तलेखन जितेंद्र का है। यह फोटो अहम साक्ष्य बनेगा। वीपी और जितेंद्र की वाट््सएप चैङ्क्षटग भी पुलिस को मिली है।


दिनेश से रंजिश मान बैठा था जीतू
जीतेन्द्र उर्फ जीतू ने पूछताछ में बताया कि उसका जूते का कारखाना है। दिनेश उसके कारखाने में लेमीनेशन के लिए जूते का रैक्सीन भेजता था। करीब चार महीने पूर्व में माल लेकर दिनेश के कारखाने में गया था तो वहां दिनेश तथा उसकी लेबर से विवाद हो गया था। इससे उसका लेमीनेशन का काम बन्द होने से घाटा हो गया। इसी बात से दिनेश के प्रति उसके मन में गुस्सा था। वह अपनी बेईज्जती का बदला लेना चाहता था। इधर करीब 12 वर्ष से विनय प्रताप उर्फ बीपी से जीतू की जान पहचान है।


वीपी पर दर्ज हैं 11 मुकदमे
थाना प्रभारी निरीक्षक जितेंद्र कुमार ने बताया कि विनय प्रताप उर्फ बीपी पुत्र नरेन्द्र प्रताप निवासी इन्द्र कॉलोनी थाना शाहगंज का रहने वाला है और शातिर अपराधी है। जीतेन्द्र उर्फ जीतू राणा पुत्र बृजेश सिंह निवासी प्रकाश नगर वाल्मीकि बस्ती थाना शाहगंज का रहने वाला है। आरोपी विनय प्रताप उर्फ बीपी के खिलाफ अलग-अलग थानों में कुल 11 केस दर्ज हैं।

हमलावरों की बाइक कैमरे में दिखी थी। उसकी पहचान कराई गई, जिससे पुलिस वीपी तक पहुंची। गुरुवार को वीपी और उसके एक साथी को अरेस्ट किया गया है। घटना में शामिल अनुज शर्मा फरार है। उसकी तलाश की जा रही है।
विकास कुमार, पुलिस उपायुक्त