- मूंग छिलका हुई 100 रुपये किलो

- फलों के रेट्स में भी बंपर उछाल - गुजियों में डलेगा कम खोआ

AGRA। इस साल अगर आप होली पर किसी से मिलने जा रहे हैं तो टेबिल पर कम पकवान देखने को तैयार रहिएगा। होली पर छाए महंगाई के रंग ने लोगों के उत्साह के रंग को हल्का कर दिया है। आटे से लेकर फल तक लोगों की जेब को खाली करने पर तुले हुए हैं। सब्जियों का राजा आलू भी इस बार होली पर लोगों को चिप्स बनाने से मना कर रहा है।

नहीं बन रहे घरों में चिप्स

कुछ साल पहले तक होली से एक महीना पहले ही घर की लेडीज घर की छत पर एक बड़ी कढ़ाई, गैस और अपनी जरूरत का सामान लेकर घंटों बैठी रहती थी। इस गैस पर कभी आलू के चिप्स के लिए आलू उबलते थे तो कभी मैदे की मठरियां बनाई जाती थीं। लेकिन इस साल ऐसा कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा है। घरों की छतों पर अब आलू के चिप्स सूखते भी नहीं दिखाई दे रहे हैं। आलू इस समय भी ख्0 रुपये के डेढ़ किलो मिल रहे हैं। ऐसे में महिलाएं आलू के चिप्स बनाने से पीछे चली गई हैं।

नहीं सिकेंगे अब मंगोड़े

होली पर सबसे जरूरी पकवानों में शामिल है मंगोड़े, लगभग हर घर में होली के समय सुबह घरों में मंगोड़े सिंकते दिख जाते थे। लेकिन इस साल होली पर शायद ऐसा नहीं हो पाए। जिस दाल से मंगोड़े बनाए जाते हैं वही दाल क्00 रुपये किलो हो गई है। इसके अलावा मूंग धुली भी 80 से सीधा 97 रुपये किलो हो गई है। यानि इस साल दही-बड़े खाने भी महंगे साबित होंगे।

चीनी भी नहीं घोल सकेगी मिठास

होली नजदीक आते ही सभी चीजों के साथ ही चीनी में भी उछाल आ गया है। प्रति क्विंटल क्00 रुपये किलो चीनी महंगी हो गई है।

कम रिफाइंड में तले जाएंगे पापड़

इस साल होली में बहुत ही कम रिफाइंड में चिप्स और पापड़ तलने पड़ेंगे.होली पर रिफाइंड के रेटों में भी बढ़ोतरी हुई है। एक रिफाइंड के कार्टन में क्ख् या क्म् पैकेट होते हैं। इस एक कार्टन के रेट में ख्भ् से फ्0 रुपये बढ़े हैं। रिफाइंड के साथ ही आटा भी महंगा हो गया है, क्90 रुपये का दस किलो आने वाला आटा अब ख्क्0 रुपये प्रति दस किलो हो गया है।

मठरी और सांखे भी बनेंगी कम

इस साल घरों में चिप्स के अलावा सांखे और मठरी भी कम बनेंगी। मैदा और सूजी में भी भ्0 रुपये प्रति क्विंटल का अंतर आ गया है।

गुजिया खानी होंगी महंगी

पहले के समय में एक-एक घर में पांच-पांच किलो गुजिया बना करती थी। सभी रिश्तेदारों को घर की बनी गुजिया जाया करती थी। दोस्तों को भी होली पर गुजिया गिफ्ट की जाती थी। लेकिन इस साल शायद ऐसा नहीं हो पाएगा क्योंकि खोआ भी ख्00 रुपये से ख्ब्0 रुपये प्रति किलो हो गया है।

फ्रूट चाट भी हुई महंगी

अगर आप सोच रहे हैं कि इस बार घर आने वाले मेहमानों को फ्रूट चाट से ही टरका देंगे तो जरा संभल जाइए क्योंकि फ्रूट भी आपकी टेबल से गायब हो जाएंगे। छोटे-छोटे सेब क्00 रुपये किलो,काला अंगूर 80 रुपये किलो,हरा अंगूर म्0 रुपए किलो,चीकू ब्0 रुपये किलो,पपीता ब्0 रुपये किलो, संतरा भ्0 रुपये किलो बिक रहा है।

क्0.फ्8 तक जला लें होली

हर साल होलिका दहन तो सभी करते हैं लेकिन इसके समय को लेकर हर कंफ्यूजन की स्थिति बनी रहती है। इसी वजह से देर रात तक होलिका दहन होता है। इस साल होलिका दहन का समय शाम से ही शुरू हो जाएगा। इस साल होली जलाने का सबसे अच्छा समय शाम म्.फ्0 बजे से रात क्0.फ्8 तक निकला है। रविवार को पूर्णिमा क्0.फ्8 पर खत्म हो रही है। सूर्यास्त हो रहा है म्.ख्ब् मिनट पर। इसलिए म्.फ्0 से क्0.फ्0 तक का समय होलिका दहन के लिए श्रेष्ठ माना जा रहा है।

'इस बार लोग बहुत ही कम सामान ले रहे हैं, जिस घर में पहले दो से तीन किलो मैदा जाया करता था। वहां अब एक किलो मैदा ही जा रहा है। इस साल होली पर हर चीज महंगी हो गई है। मूंग छिलका दाल के रेट्स ने सभी को हैरान कर दिया है.'

- एस.गुप्ता, शॉपकीपर