आगरा(ब्यूरो)। उस्मानपुर क्षेत्र की एक 14 साल की किशोरी ने फंदे पर लटककर जान दे दी। किशोरी के परिजनों का आरोप है कि उनकी बच्ची को उसकी सहेली के पिता परेशान करता था। परिजनों ने बताया कि पास के गांव नगली अजिता के निवासी राघवेंद्र की बेटी उनकी रिंकी की दोस्त थी। दोनों का घर पर आना जाना भी था। दोनों की बेटियां कक्षा सातवीं की छात्रा थीं। दोनों की जान-पहचान के कारण रिंकी की दोस्त के पिता राघवेंद्र से बात होने लगी। आरोप है कि जैसे ही पीडि़ता के माता-पिता घर के बाहर जाते थे तो आरोपी उसके घर आ जाता था। वह किशोरी रिंकी को काफी परेशान करता था। वह फोन पर चैटिंग करने और बात करने के लिए भी दबाव बनाता था। इसके चलते किशोरी परेशान रहने लगी थी।

परिजनों परेशान लगी तो बेटी से पूछा
परिजनों ने बताया कि बेटी कुछ दिनों से काफी परेशान सी रहने लगी थी। इस पर मां ने बेटी से पूछा। बेटी ने सारी आपबीती बता डाली। उन्होंने बेटी को समझा दिया और दोनों किसी काम से बाहर चले गए। इसी दौरान किशोरी ने फंदा लगाकर अपनी जान दे दी। इस बात की सूचना मां-बाप को भाई ने फोन पर दी कि दीदी ने पंखे पर फंदा लगाकर सुसाइड कर ली है। यह सुनते ही परिजनों में हड़कंप मच गया। सूचना पर पहुंची थाना पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। वहीं परिजनों की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपी राघवेंद्र को यमुना एक्सप्रेस वे नादऊ पुल से अरेस्ट कर लिया है। थानाध्यक्ष नीरज मिश्र ने बताया है कि आरोपी को जेल भेजा जा रहा है।

बारह साल पहले लिया था गोद
पीडि़त परिवार के अनुसार उनके पास बेटी नहीं थी। ऐसे में उन्होंने 12 साल पहले बच्ची को गोद लिया था। उस समय वह दो साल की थी। तभी से उसका का लालन-पालन कर रहा था। बेटी गांव के ही स्कूल में कक्षा 7 की छात्रा थी।