अधिकारियों को नहीं थी उम्मीद 3.10 मिनट तक करेंगे मीटिंग

सुबह 10.40 बजे से शाम 6.38 तक किया लगातार कार्य

आगरा। संन्यासी से सीएम बने योगी आदित्यनाथ रविवार को जब आगरा पहुंचे तो उनके मिजाज कुछ अलग ही रहे। सुबह लखनऊ से रोडवेज बसों को हरी झंडी दिखाकर यहां पहुंचे सीएम ने अपनी कर्मठता का अहसास अफसर से लेकर आमजन तक को कराया। कहने को साढे़ पांच बजे उनकी रवानगी थी, लेकिन रवाना हुए एक घंटे बाद। समीक्षा बैठक की बारी आई तो पिछले मुख्यमंत्रियों से एक कदम आगे बढ़कर चले। रिकॉर्ड तीन घंटे दस मिनट तक अफसरों की क्लास ली।

अफसर सोच रहे थे कि 30-40 मिनट चलेगी मीटिंग

भगवा चोला धारण किए खेरिया एयरपोर्ट पर सुबह 10:45 बजे करीब उन्होंने दस्तक दी। औपचारिक वेलकम के बाद उन्होंने अपनी फायरब्रांड छवि के साथ तूफानी दौरा भी किया। संन्यासी से सीएम बने योगी आदित्यनाथ ने कमिश्नरी में अपनी कर्मठता का अहसास कराया। हालांकि अफसर मान बैठे थे कि एसएन मेडिकल कॉलेज, उखर्रा, ताज कॉरीडोर और नगरिया भ्रमण के बाद 2:46 बजे शुरू होने वाली मंडलीय समीक्षा बैठक बमुश्किल 30-40 मिनट में निपट जाएगी, लेकिन ये समय लंबा खिंचता चला गया तो अधिकारियों की हवाइयां उड़ने लगीं। मीटिंग में मंडल के आला अधिकारी एक-दूसरे का मुंह ताकते हुए दबी जुबान से कह रहे थे कि आज तक इतनी लंबी समीक्षा बैठक उन्होंने नहीं की। सीएम योगी आदित्यनाथ ने तीन घंटे 10 मिनट तक हर बिन्दु पर चर्चा की और कानून व्यवस्था पर जोर दिया।

संबंधित अधिकारी किए खड़े

सीएम योगी आदित्यनाथ ने हर प्रोजेक्ट और व्यवस्था पर संबंधित अधिकारी को खड़ा कर प्रगति की जानकारी की। आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। इस दौरान अधिकारी भयभीत दिखे। उनका पसीना छूटता रहा। उन्होंने हर बिन्दु पर चर्चा की। जिलेवार अधिकारियों से चर्चा की। चाहे निरीक्षण का विषय रहा हो या फिर समीक्षा बैठक और कानून व्यवस्था।

तोड़ दिया पिछले मुख्यमंत्रियों का रिकॉर्ड

किसी सीएम ने तीन घंटे 10 मिनट की कानून व्यवस्था और विकास कार्यो पर समीक्षा बैठक नहीं की है। फिर चाहे भाजपा के पूर्व सीएम कल्याण सिंह रहे हो या फिर राजनाथ सिंह। पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भी इतनी लंबी बैठक कभी अपने कार्यकाल में नहीं की।

पांच मिनट भी नहीं किया आराम

सीएम योगी आदित्यनाथ सुबह करीब 10.40 बजे आगरा पहुंचे। इसके बाद उन्होंने लगातार शाम 6.38 बजे तक काम किया। इस बीच उन्होंने आराम नहीं किया। ऐसा अभी तक किसी सीएम ने आगरा में नहीं किया है।