कोरोना के 26 नए केस

25419 हुए संक्रमित

695 सक्रिय केस

आगरा। कोरोना को प्रकोप झेल चुके शहर को अब राहत मिलना शुरू हो गई है। अब जिले में हर घंटे एक संक्रमित मिल रहा है। वहीं स्वस्थ होने वाले मरीजों का आंकड़ा भी लगातार बढ़ रहा है। कोरोना की चेन ब्रेक हो चुकी है। अब नई चेन नहीं बन रहीं हैं। मंगलवार को 26 नए केस आए हैं। वहीं, छह की मौत हुई है।

एक्टिव केस 700 से कम

कोरोना के केस कम होने लगे हैं। 26 नए केस आए हैं। शहर और देहात में कोरोना संक्रमितों में कमी आ रही है। वहीं, जिला प्रशासन द्वारा छह और मरीजों की मौत का ब्योरा दर्ज किया गया है। अभी तक 387 मरीजों की मौत हो चुकी है। अब 695 सक्रिय केस हैं।

नए केस की तुलना में पांच गुना हुए ठीक

कोरोना के नए केस अधिक आ रहे थे और ठीक होने वालों की संख्या कम थी। मगर, अब नए केस कम हो गए हैं और ठीक होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ रही है। 26 नए केस आए हैं, जबकि 105 मरीज ठीक हुए हैं। अभी तक 24337 मरीज ठीक हो चुके हैं।

8567 के लिए गए सैंपल

कोरोना की जांच के लिए सैंपल का दायरा बढ़ाया जा रहा है। हॉस्पिटल और वैक्सीन केंद्रों पर कोरोना की जांच की जा रही है। 24 घंटे में 8567 सैंपल लिए गए हैं। कोरोना संक्रमितों की संख्या 25419 पहुंच गई है।

क्लब खबरें

अब तक 10 का ऑपरेशन कर साइनस से निकाली जा चुकी है फंगस

- 31 मरीज एसएन मेडिकल कॉलेज में एडमिट

आगरा। एसएन मेडिकल कॉलेज में ब्लैक फंगस (म्यूकरमाइकोसिस) के चार और मरीजों का मंगलवार को ऑपरेशन किया गया। नाक के रास्ते दूरबीन विधि से आपरेशन कर साइनस से ब्लैक फंगस निकाला गया। एसएन में 31 मरीज भर्ती हैं, लेकिन दवाओं का संकट है। हर रोज एम्फोटेरेसिन बी इंजेक्शन मंगाए जा रहे हैं। पूरी डोज भी मरीजों को नहीं दी जा रही है।

सभी मरीज की हालत स्थिर

एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती ब्लैक फंगस के चार मरीजों का ईएनटी सर्जन डॉ। अखिल प्रताप सिंह ने आपरेशन किया। नाके रास्ते से साइनस तक ब्लैक फंगस पहुंच गई थी, इसे निकाला गया। ऑपरेशन के बाद निकाले गए टुकड़े को बायोप्सी के लिए भेजा गया है। यहां आपरेशन के बाद 10 मरीज भर्ती हैं, अभी सभी ठीक हैं। छह और मरीज भर्ती होने से ब्लैक फंगस वार्ड में 31 मरीज भर्ती हैं। इनमें से छह की हालत गंभीर है।

ब्लैक फंगस के बढ़ रहे केस

उधर, एसएन में ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। मगर, दवाओं की कमी है। ब्लैक फंगस के इलाज में सबसे कारगर एम्फोटेरेसिन बी इंजेक्शन है। इंजेक्शन की 50 वाइल मिली थी, एक मरीज में दो से चार इंजेक्शन हर रोज दिए जाने चाहिए। मगर, इंजेक्शन की कमी है, इसलिए एक इंजेक्शन ही लगाया जा रहा है। इसके अलावा अन्य दवाएं दी जा रही हैं। इससे ब्लैक फंगस के मरीजों की जान पर खतरा मंडरा रहा है। एसएन के प्राचार्य डॉ। संजय काला ने बताया डॉक्टर्स की टीम उपलब्ध संसाधनों से मरीजों की जान बचाने में जुटी हुई है।

ग्रामीण एरियाज में भी कोरोना को मात

- तीन ब्लॉक में एक भी कोरोना संक्रमित नहीं

- जिले की 690 में से 596 ग्राम पंचायतें कोरोना मुक्त

आगरा: ग्रामीण क्षेत्रों में भी कोरोना ढेर होता जा रहा है। जिस तेजी से गांवों की ओर रुख किया था, उतनी तेजी से ये सिमटने भी लगा है। अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 15 में से तीन ब्लॉकों में एक भी एक्टिव केस नहीं है। इतना ही नहीं, जिले की 690 ग्राम पंचायतों में से सिर्फ 94 में ही कोरोना संक्रमण के केस हैं। 596 ग्राम पंचायतें कोरोना मुक्त हैं। 12 ब्लाक में 165 एक्टिव केस हैं। मंगलवार को मुख्य विकास अधिकारी ए। मनिकंडन ने 15 ब्लॉकों में कोरोना संक्रमण की समीक्षा की। इसमें पता चला कि तीन ब्लॉक में कोरोना संक्रमण का एक भी मामला नहीं है। शेष 12 ब्लाकों की 94 ग्राम पंचायतों में ही 165 कोरोना संक्रमित हैं। ये सभी होम आइसोलेशन में हैं। वर्तमान में बरौली अहीर ब्लॉक में सबसे अधिक एक्टिव केस हैं। यहां की 13 ग्राम पंचायतों में अभी भी 39 कोरोना संक्रमित मरीज हैं। एत्मादपुर और फतेहपुर सीकरी ब्लाक में भी 15 से अधिक एक्टिव केस हैं। खंदौली ब्लाक की चार ग्राम पंचायतों में सिर्फ चार ही कोरोना संक्रमित मरीज रह गए हैं। सीडीओ ने 25 मई तक जिले की स्थिति की समीक्षा की।

इस तरह बढ़ने से रोका कोरोना संक्रमण

मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में साफ-सफाई के साथ ही फा¨गग व सेनेटाइजेशन के लिए सतत अभियान चलाए जा रहे हैं। कोरोना संक्रमितों को निगरानी समितियों के माध्यम से दवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। कोरोना की नियमित जांचें भी की जा रही हैं। किसी में यदि लक्षण भी दिखाई देते हैं, तो उन्हें भी दवा उपलब्ध करा दी जाती है। निरीक्षण व का¨लग सेंटर से फोन काल के माध्यम से कोरोना संक्रमितों से लगातार फीडबैक भी लिया जा रहा है। निगरानी के लिए न्याय पंचायत स्तर पर मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं। ब्लाक और तहसील स्तर पर भी जिम्मेदारी तय की गई हैं। सभी की हर रोज समीक्षा होती है।