-एसएन मेडिकल कॉलेज में हादसे में घायल मरीजों को इमरजेंसी में कराया गया था भर्ती

-14 मरीजों में तीन मरीज इमरजेंसी में भर्ती

आगरा। यमुना एक्सप्रेस वे पर सोमवार सुबह हुए हादसे ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया। केन्द्र सरकार और राज्य सरकार ने घायलों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए, लेकिन शायद इन निर्देशों का ज्यादा असर नहीं हुआ। सुविधाओं के अभाव और डॉक्टरों की अनदेखी के चलते परिजन अपने मरीजों को डिस्चार्ज करा कर ले जा रहे हैं। यमुना एक्सप्रेस वे पर हुए दुखद हादसे में घायलों को एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया था। कुछ को ट्रोमा सेंटर में तो कुछ घायलों की गंभीर हालत हो देखते हुए आईसीयू में भर्ती किया गया था। घटना के समय करीब 14 मरीजों को एसएन की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया था। सभी गंभीर मरीज थे, जबकि बुधवार को यह आंकड़ा महज तीन रह गया। परिजन अपने मरीजों को अन्य अस्पतालों में भर्ती करा रहे हैं।

आला अधिकारियों ने किया था दौरा

सोमवार को सुबह यमुना एक्सप्रेस वे पर भीषण हादसा हुआ था। सवारियों से भरी बस झरना नाला में गिर गई थी। घटना के दौरान ही 29 लोगों की मौके पर मौत हो गई थी, कई घायल हो गए थे। घायलों को एसएन में भर्ती कराया गया था। दुखद घटना की जानकारी मिलते ही डिप्टी सीएम और परिवहन मंत्री ने एसएन में घायलों का अस्पतालों में आकर दौरा किया था। उन्होंने बेहतर इलाज के लिए निर्देश दिए थे। डिप्टी सीएम के दौरे के दौरान व्यवस्थाएं चुस्त रहीं। वहीं शाम होते-होते एसएन अपने ढर्रे पर आ गया।

ट्रोमा में भर्ती है तीन मरीज

एसएन मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी के ट्रोमा सेंटर में तीन मरीज भर्ती हैं। हापुड़ के रहने वाले अशोक, लखनऊ के गौरव और अलीगंज लखनऊ के आदिल को गंभीर चोटें आई हैं। सड़क दुर्घटना में घायल अशोक ने बताया कि सिर में गंभीर चोटे आई हैं। सीनियर डॉक्टर राउंड पर कम आते हैं। गंभीर चोट लगने के बाद भी इलाज नहीं मिल रहा है। वहीं गौरव ने बताया कि सीने में बस गिरने के दौरान तेज झटके के साथ चोट लगी थी। असहनीय दर्द हो रहा है, लेकिन डॉक्टर गंभीरता से नहीं ले रहे है। रात में कोई डॉक्टर नहीं आता है। आदिल के परिजनों ने कहा कि हम लोग डिस्चार्ज कराकर जल्दी ले जाएंगे और नोएडा में इलाज कराएंगे।

जो परिजन अपने मरीजों को ले जाना चाहते हैं, उनको जाने दिया जा रहा है। एक मरीज को लखनऊ के एसजीपीजीआई अस्पताल में भी रेफर किया गया है।

डॉ। मुकेश कुमार वत्स, सीएमओ