आगरा। ताजनगरी में 3.43 लाख बुजुर्गों ने सौ परसेंट पहली डोज लगवा ली है। वहीं 3.15 लाख बुजुर्गों ने दूसरी डोज लगवा ली है। वहीं 32,3363 लाख बुजुर्गों ने अपने एहतियाती (बूस्टर) डोज लगवा ली है। वहीं 24836 स्वास्थ्य कर्मियों ने पहली डोज, 22850 स्वास्थ्य कर्मियों ने दूसरी डोज और 9101 स्वास्थ्य कर्मियों ने बूस्टर डोज लगवाई है। फ्रंट लाइन वर्कर ने 27298 पहली डोज, 25733 दूसरी डोज और 23263 फ्रंटलाइन वर्कर ने तीसरी डोज लगवाई है।

युवा हैैं पीछे
जनपद में 23.66 लाख 18 से 44 वर्ष के युवाओं ने कोरोना वैक्सीन की पहली डोज लगवाई है। इनमें से 20.48 लाख ने दूसरी डोज लगवाई है। वहीं केवल 3040 युवाओं ने ही बूस्टर डोज लगवाई है। 45 से 59 साल के लोगों का भी कुछ यहीं हाल है। उन्होंने 3.43 लाख ने पहली, 3.15 लाख ने दूसरी और 32363 ने ही बूस्टर डोज लगवाई है। कुछ लोगों का यह भी मानना है कि 60 वर्ष से ऊपर के लोगों को मुफ्त में बूस्टर डोज लगाई गई। इसलिए उन्होंने इसे बड़ी संख्या में लगवा लिया। जबकि 18 से 60 वर्ष तक के लोगों के लिए यह निजी सेंटरों पर पैसे देकर लगाई जा रही है। इस कारण भी युवा इसमें कम इंट्रेस्ट दिखा रहे हैैं। कुछ लोगों का मानना है कि युवा दो डोज को ही अपने लिए कोरोना से सुरक्षित होने के लिए काफी मान रहे हैैं।

बच्चों का अभी पूरा नहीं हुआ वैक्सीनेशन
आगरा में अभी 12 से 14 साल के बच्चों का वैक्सीनेशन पूरा नहीं हुआ है। यहां पर 2.98 लाख बच्चों को वैक्सीन लगाई जानी है। लेकिन अब तक सवा लाख बच्चों को ही वैक्सीनेशन पूरा हो सका है।

3.43 लाख बुजुर्गों का वैक्सीनेशन का लक्ष्य आगरा में
23.66 लाख 18-44 वर्ष के युवाओं का वैक्सीनेशन का लक्ष्य आगरा में
6.68 लाख 45-59 वर्ष के लोगों का वैक्सीनेशन का लक्ष्य आगरा में
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इन्होंने लगवाई बूस्टर डोज
स्वास्थ्य कर्मचारी -9101
फ्रंट लाइन वर्कर -23263
18 से 44 -3040
45 से 60 -2196
60 प्लस -32363


बूस्टर डोज लगवाने के लिए सरकार द्वारा निर्धारित केंद्र बनाए गए हैैं। एज ग्रुप के हिसाब से जाकर 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोग वैक्सीन लगवा सकते हैैं।
-डॉ। संजीव वर्मन, डीआईओ