- जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा कराई गई जांच में खुलासा, अब भेजा प्रस्ताव

- अनाथालयों में रहने वाले बच्चों का जिला प्रशासन के पास नहीं कोई रिकॉर्ड

आगरा। जनपद में दस फर्जी अनाथालय हैं। ये खुलासा जिला प्रोबेशन अधिकारी की जांच रिपोर्ट में हुआ है। इनका जेजे एक्ट (किशोर न्याय अधिनियम) के तहत रजिस्ट्रेशन नहीं है। न ही जिला प्रशासन के पास इनमें रहने वाले बच्चों का कोई लेखाजोखा है। इन फर्जी अनाथालयों पर कोई शिकंजा कसने वाला नहीं है। आश्रयगृहों के नाम पर इनके संचालक मनमानी कर रहे हैं।

कई वर्षो से संचालित हैं

आश्रयगृहों में क्या-क्या होता है, इसका खुलासा तत्कालीन सिटी मजिस्ट्रेट रेखा एस। चौहान की रिपोर्ट में हो गया था। बावजूद इसके आश्रयगृहों पर शिकंजा नहीं कसा गया है। सूत्रों के अनुसार जनपद में दस ऐसे आश्रयगृह हैं, जो जेजे एक्ट के तहत पंजीकृत नहीं हैं। और कई वर्षो से चल रहे हैं। हालांकि रजिस्ट्रेशन के लिए रिपोर्ट भेजी गई है।

कहीं इन्हीं में तो नहीं रह रहे लापता बच्चे

जनपद में करीब 100 बच्चे लापता हैं। जिनका कहीं पर कोई अता-पता नहीं है। कहीं इनमें से कुछ बच्चे इन्हीं अनाथालयों में तो नहीं रह रहे हैं।