- परीक्षा केन्द्रों पर बरती गई विशेष सावधानी

- स्टूडेंट्स का टेम्प्रेचर भी किया गया चेक

आगरा। डॉ। भीमराव आंबेडकर यूनिवर्सिटी के विभिन्न पाठ्यक्रमों के अंतिम वर्ष की परीक्षाएं शुक्रवार से शुरू हो गईं। कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए 37 हजार परीक्षार्थियों ने 366 केंद्रों पर परीक्षा दी। थर्मल स्क्री¨नग में किसी भी परीक्षार्थी का तापमान बढ़ा हुआ नहीं मिला। इस दौरान दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम ने शहर के विभिन्न एग्जाम सेंटर्स का जायजा लिया। यहां कोविड 19 को लेकर पुख्ता इंतजाम किए गए थे। बिना मास्क के स्टूडेंट्स को एंट्री नहीं दी जा रही थी। उनके हैंड भी सेनेटाइज कराए जा रहे थे।

दोपहर 1.35 बजे, आरबीएस कॉलेज

मास्क पर रखी नजर

आरबीएस कॉलेज में परीक्षार्थियों को मास्क और हैंड सेनेटाइज करने के बाद ही एग्जाम हॉल में भेजा जा रहा था। इस दौरान स्टूडेंटस द्वारा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया। आरबीएस कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ। वाईवीएस चौहान ने बताया कि कोविड-19 को ध्यान में रखते हुए परिसर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इस संबंध में किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं बरती जाएगी। सभी टीचर्स और कर्मचारियों को नियमों का पालन करने के लिए कहा गया है।

दोपहर 2 बजे आगरा कॉलेज

एग्जाम हॉल में एंट्री से पहले चेक किया टेम्प्रेचर

आगरा कॉलेज की प्रिंसिपल रेखा पथरिया ने बताया कि छात्रों के हित में हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। परीक्षा के पहले दिन मुख्य गेट पर परीक्षाíथयों को मास्क के साथ ही एंट्री दी गई। एग्जाम हॉल में प्रवेश करने से पहले उनका टेम्प्रेचर भी चेक किया गया। स्टूडेंट्स भी परिसर में आने के बाद सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते नजर आए।

दोपहर तीन बजे, सेंट जोंस डिग्री कॉलेज

कोविड से बचाव के पुख्ता इंतजाम

ग्रेजुएशन की फाइनल ईयर की मुख्य परीक्षा में सेंट जोन्स डिग्री कॉलेज में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया। थर्मल स्क्रीनिंग के बाद ही परीक्षाíथयों को एग्जाम हॉल में प्रवेश दिया गया। प्रिंसिपल डॉ। एसपी सिंह ने बताया कि कोविड-19 को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। परिसर में आने वाले प्रत्येक स्टूडेंट्स का टेम्प्रेचर चेक किया जा रहा है। इसके बाद ही एग्जाम हॉल में सोशल डिस्टेंस के साथ एग्जाम कराए जा रहे हैं। इस संबंध में किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती जा रही है। शिक्षक व कर्मचारी भी नियमों का पूरी तरह पालन कर रहे हैं।

टीम का गठन किया जाएगा

कुलपति प्रोफेसर अशोक मित्तल ने टीम के साथ आगरा कॉलेज, संत रामकृष्ण महाविद्यालय का निरीक्षण किया। एग्जाम हॉल में सोशल डिस्टेंसिंग को परखा। कुलपति ने प्रबंधकों को दिशा-निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि छात्र हित में कोविड-19 को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही नहीं बरती जाए। इसके साथ ही हर जिले में जहां एग्जाम केंद्र बने हैं, वहां टीम का गठन किया जाएगा, जो कोविड-19 से बचाव में बनाए गए नियमों का पालन कराएगी।

एग्जाम से पहले परीक्षार्थियों की थर्मल स्क्रीनिंग की गई। उसके बाद ही परीक्षा केंद्र में उन्हें प्रवेश दिया गया। थर्मल स्क्रीनिंग में अगर किसी परीक्षार्थी का टेम्प्रेचर अधिक मिलता है, तो परीक्षा नहीं देने दी जाएगी। वंचित परीक्षाíथयों की परीक्षा अक्टूबर में होगी। कोविड से बचाव के लिए हर पाली के बाद हर एग्जाम हॉल और फर्नीचर को सेनेटाइज किया गया।

राजीव कुमार, एग्जाम कंट्रोलर

लॉकडाउन के बाद पहली बार कॉलेज आए हैं। बहुत अच्छा लग रहा है, लेकिन दहशत भी है। साथियों से दूरी रखकर बात की जा रही है। वहीं साथ में सेनेटाइजर भी है।

इशिता, बीकॉम छात्रा

कोरोना को लेकर सभी को सावधानी रखनी चाहिए। एग्जाम भी बहुत आवश्यक है। ऐसे स्टूडेंट्स जो अवेयर हैं, सभी को नियमों का पालन करना होगा। इसके बाद ही सब ठीक हो सकता है।

अंकिता, छात्रा

सभी समस्या का समाधान होता है, कोरोना वायरस को खत्म करने के लिए सभी को नियमों का पालन करना होगा। सरकार ने जो गाइडलाइन जारी की है, उनको फॉलो करना होगा।

मुस्कान गौड़, छात्रा

सोमवार से बढ़ेंगे नोडल सेंटर

अभी नोडल सेंटरों की संख्या 33 है। कागारौल में सोमवार से एक नोडल सेंटर बनाया जाएगा। कागारौल के रास्ते में कई रेलवे क्रॉ¨सग हैं, ऐसे में प्रश्न पत्र पहुंचने में देरी हो जाती है।

ब्लैक लिस्ट तैयार

मार्च में हुई परीक्षाओं में जिन कॉलेजों में नकल पकड़ी गई थी, उनके नाम ब्लैक लिस्ट में डाल दिए गए हैं। ऐसे 29 कॉलेज हैं जहां एक या दो साल के लिए केंद्र नहीं बनेंगे।