किसी ने ले लिया 2 लाख का लोन
आपके पैन नंबर और आधार कार्ड का कोई गलत इस्तेमाल कर रहा है। इस बात की जानकारी आपको उस समय होती है, जब बैंक इंस्टॉलमेंट भरना बंद हो जाता है। ऐसा ही एक मामला हालही में सामने आया है, जिसमें दयालबाग में रहने वाले पीडि़त अमित ने इस संबंध में थाना न्यू आगरा में कंप्लेन की है। अमित के पैन का इस्तेमाल कर किसी ने 2,000 रुपए का लोन लिया था। जब बैंक में इंस्टॉलमेंट नहीं भरा गया तब उन पर बैंक का कॉल आना शुरू हो गया। इस तरह पीडि़त को जानकारी हुई कि उसके पैन नंबर का किसी व्यक्ति ने गलत इस्तेमाल कर लोन लिया है। जिससे उनके क्रेडिट स्कोर पर भी असर पड़ा।

कलेक्शन एजेंट देते हैं धमकी
थाना एत्माद्दौला क्षेत्र के रामबाग में रहने वाले योगेश शर्मा भी साइबर क्रिमिनल्स का शिकार हो गए। योगेश के नाम पर क्रिमिनल्स द्वारा महज 2,500 रुपए का कर्ज लिया गया, लेकिन उन्होंने बताया कि इसके कारण उनका सिविल स्कोर प्रभावित हुआ है। रुपया जमा नहीं करने पर कर्ज की वसूली के लिए उन्हें कलेक्शन एजेंट ने फोन किया, तब उनको फर्जी लोन के बारे मेें जानकारी हुई, लोन की इंस्टॉलमेंट जमा नहीं होने पर कलेक्शन एजेंट की ओर से धमकी दी गई, कि लोन का रुपया वापस नहीं किया तो लीगल कार्रवाई कराई जाएगी।

क्रेडिट रेटिंग हो रही खराब
आपका पैन कार्ड या आधार कार्ड किसी गलत व्यक्ति के हाथ लग गया तो वह आपके नाम से कर्ज ले सकता है। रकम धोखाधड़ी करने वाले के खाते में ट्रांसफर होगी। लेकिन कर्ज आप के नाम पर चढ़ेगा। ऐसी कोई भी संस्था जहां से लोग उधार लेते हैं, वहां से कर्ज की पूरी जानकारी शेयर की जाती है। लोन डिफॉल्ट होने पर जिसके नाम से कर्ज है, उसकी क्रेडिट रेटिंग खराब होती है। उसे आगे कोई कर्ज मिलने में दिक्कत आती है।

इस तरह कम होगी धोखाधड़ी की संभावना
आम लोगों को अपना पैन कार्ड अक्सर किसी ना किसी कारण शेयर करना पड़ता है। साइबर सेल प्रभारी सुल्तान सिंह बताते हैं कि किसी अनजान को अपना पैन आधार नंबर शेयर नहीं करना चाहिए क्योंकि ये पर्सनल है। पैन और आधार कई खातों से जुड़ा होता है। किसी जरूरी काम से इनकी फोटो कॉपी साझा करनी भी पड़े तो उसमें शेयरिंग का मकसद लिखना चाहिए। इसे ऐसे लिखे की लिखावट का कुछ हिस्सा फोटो पर आ जाए। इस तरह धोखाधड़ी की संभावना खत्म हो जाती है। पैन कार्ड डिटेल सोशल मीडिया पर कभी साझा ना करें।


मोबाइल फोन पर अक्सर लोन के लिए कॉल आते हैं, जिसमें आसानी से लोन देने का दवा किया जाता है। लेकिन हम उसको फॉलो नहीं करते हैं।
अनिल परिहार


बैंक के एजेंट कॉल करते है कि आपके नंबर पर टॉपअप लोन जारी किया गया है, उसके लिए आपको बैंक आने की जरुरत नहीं है। फोन पर भी लोन हो जाएगा।
एम दुग्गल


मेरे नाम से किसी और व्यक्ति ने लोन लिया था, मुझे इसकी जानकारी ही नहीं थी, जब बैंक के एजेंट का कॉल आया तो मुझे पता चला की मेरे नाम से लोन चल रहा है।
गोविन्द


किसी अनजान को अपना पैन आधार नंबर शेयर नहीं करना चाहिए क्योंकि ये पर्सनल है। पैन और आधार कई खातों से जुड़ा होता है। अगर देनी ही है तो फोटो कॉपी पर अपने साइन करें, इसके बाद ही दें।
सुल्तान सिंह, साइबर सेल प्रभारी