-कमेटी की जांच में सामने आ रही फैक्ट्री संचालक की लापरवाही
-शू मेटेरियल वाले हिस्से में रखे थे केमिकल से भरे ड्रम
आगरा : सिकंदरा हाईवे स्थित फैक्ट्री में पिछले दिनों लगी भीषण आग का प्रमुख कारण केमिकल के रखरखाव में लापरवाही रहा था। केमिकल से भरे ड्रम शू मेटेरियल वाले हिस्से में रखे थे। इससे आग बेकाबू हो गई थी।
डीएम के आदेश पर हुई जांच
डीएम प्रभु एन सिंह ने केमिकल और शू मेटेरियल फैक्ट्री में हुए अग्निकांड की जांच के आदेश दिए थे। जांच के लिए एडीएम वित्त एवं राजस्व योगेंद्र कुमार की अध्यक्षता में 6 सदस्यीय कमेटी गठित की गई थी। कमेटी ने फैक्ट्री मालिक दीपक मनचंदा से केमिकल के कारोबार से संबंधित दस्तावेज मांगे थे। मालिक ने कमेटी को बताया कि सारा रिकार्ड आग में जल गया है। इस पर कमेटी ने विस्फोटक विभाग से केमिकल कारोबार की अनापत्ति पत्र लेने के दौरान दिया गया साइट प्लान मांगा है।
रखरखाव में मिली लापरवाही
कमेटी को फैक्ट्री परिसर में केमिकल के रख-रखाव में लापरवाही मिली है। केमिकल से भरे ड्रम शू मेटेरियल वाले हिस्से में रखे हुए थे, जबकि इन्हें वहां नहीं रखना चाहिए था। शू मेटेरियल और केमिकल एक साथ होने से आग ने विकराल रूप ले लिया था। आग यदि परिसर में बने केमिकल से भरे चार भूमिगत टैंकों तक पहुंच जाती तो आसपास के इलाके में तबाही मच जाती।
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जांच के मुख्य बिंदु
1-कौन-कौन से केमिकल का कितनी मात्रा में भंडारण था?
2-क्या फैक्ट्री की इमारत का नक्शा पास है?
3-क्या केमिकल कारोबार का लाइसेंस है?
4-विभाग ने कितनी क्षमता के भंडारण का लाइसेंस दिया है?
5-अग्निशमन विभाग से अनापत्ति प्रमाण पत्र कब लिया था?
6-विभाग से केमिकल कारोबार के लाइसेंस का नवीनीकरण कब कराया गया?
7-फैक्ट्री में आग से बचाव के क्या इंतजाम थे?
8-फैक्ट्री परिसर में कितनी फर्म चल रही थीं?
9-क्या श्रमिकों को केमिकल के काम से संबंधित प्रशिक्षण दिया था?
फैक्ट्री में आग लगने का एक अन्य प्रमुख कारण खराब हाउस कीपिंग भी रहा। 6 सदस्यीय टीम की जांच रिपोर्ट जांच अधिकारी एडीएम फाइनेंस के माध्यम से जिला प्रशासन को उपलब्ध करा दी गई है।
-अक्षय रंजन शर्मा, मुख्य अग्निशमन अधिकारी