-पहले से अस्थमा की मरीज महिला को आइसोलेशन वार्ड में आया हार्ट अटैक

-नहीं पड़ी वेंटिलेटर की जरूरत, एसआर हॉस्पिटल के लैब टेक्नीशियन की बेटी और वाइफ हुए कोरोना पॉजिटिव

आगरा : आगरा में कोरोनावायरस से संक्रमित 76 वर्षीय महिला ने बुधवार को दम तोड़ दिया। कोरोनावायरस से मौत का यह आगरा में पहला केस है। 76 वर्षीय महिला में 07 अप्रैल को कोरोनावायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई थी। इसके बाद महिला और पांच अन्य फैमिली मेंबर्स को हेल्थ डिपार्टमेंट ने एसएन मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में एडमिट कर दिया। डॉक्टरों के मुताबिक, बुधवार को महिला को अचानक हार्ट अटैक हुआ और महिला की मौत हो गई।

नीदरलैंड से लौटे ग्रैंड सन से हुआ संक्रमण

वसंत विहार निवासी चांदी कारोबारी का पुत्र 15 मार्च को नीदरलैंड से लौटकर आया था। जब हेल्थ डिपार्टमेंट ने नीदरलैंड से लौटे युवक की जांच की तो उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई, वह होम क्वॉरंटीन हो गया। बाद में उसमें कोरोनावायरस का संक्रमण हो गया। ग्रैंडसन से कोरोनावायरस का संक्रमण 76 वर्षीय महिला में भी हो गया। महिला का सैंपल 5 अप्रैल को लिया गया था जिसकी रिपोर्ट 7 अप्रैल को आई। जिसमें महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई और महिला को परिवार सहित आइसोलेशन वार्ड में लाया गया।

पहले से थी तबीयत खराब

76 वर्षीय महिला को पहले से ही अस्थमा की शिकायत थी। पिछले दस दिनों में महिला का इलाज कमला नगर के मुगल रोड स्थित दो निजी अस्पतालों में इलाज हुआ। तबीयत बिगड़ने पर महिला की जांच कराई गई तो कोरोनावायरस का संक्रमण मिला। अब सवाल यह उठता है कि दोनों निजी अस्पतालों के डॉक्टर्स और स्टाफ के संपर्क में महिला आई। अब संक्रमण फैलने का खतरा उनमें भी है, हालांकि हेल्थ डिपार्टमेंट ने दोनों निजी अस्पतालों को सील कर दिया है और दोनों अस्पताल के स्टाफ को चिन्हित कर सैंपल लिए जा रहे हैं। लेकिन दो अस्पताल के कर्मचारी इसकी चपेट में आ सकते हैं। यह कहीं एसआर हॉस्पिटल जैसी कंडीशन को जन्म न दे दे।

आईसीएमआर की गाइडलाइन के अनुसार होगा क्रीमिनेशन

आगरा में कोरोनावायरस से मौत का यह पहला मामला है। इस स्थिति में 76 वर्षीय महिला का क्रीमिनेशन किस प्रकार हो ये ¨चता का सबब बना हुआ है। सूत्रों की मानें तो हेल्थ डिपार्टमेंट और जिला प्रशासन फैसला कर सकता है कि आईसीएमआर की गाइडलाइन के अनुसार ही महिला का क्रीमिनेशन किया जाएगा।

कोरोनावायरस का हॉस्पिटल कनेक्शन

सिटी में अब तक पांच हॉस्पिटल से कोरोनावायरस पॉजिटिव केस मिले हैं। इससे कोरोनावायरस के संक्रमण का खतरा और ज्यादा बढ़ जाता है। एसआर हॉस्पिटल तो कोरोनावायरस का केंद्र बन गया है, इन हॉस्पिटल से मिले है कोरोना पॉजिटिव

1. सार्थक र्निसंग होम- 26 मार्च को र्निसंग होम के डॉक्टर संचालक का 21 मार्च को यूएस से लौटा बेटा कोरोना पॉजिटिव पाया गया। इसके बाद हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम ने यहां से स्टाफ और मरीज सहित 40 से ज्यादा लोगों के सैंपल लिए। एक अप्रैल को हॉस्पिटल संचालक में भी कोरोनवायरस का संक्रमण पाया गया।

2. एसआर हॉस्पिटल- नामनेर स्थित एसआर हॉस्पिटल के संचालक डॉक्टर पिता पुत्र में कोरोनावायरस की पुष्टि गुरुग्राम के मेदांता हॉस्पिटल में हुई। इसके बाद हेल्थ डिपार्टमेंट ने यहां के स्टाफ और मरीजों का सैंपल लिया। इसमें से दो हॉस्पिटल स्टाफ को 6 अप्रैल को लैब टेक्नीशियन और नर्स में कोरोनावायरस का संक्रमण मिला। अब लैब टेक्नीशियन की वाइफ और बेटी में 8 अप्रैल को कोरोवायरस का संक्रमण मिला है।

3. पारस हॉस्पिटल- भगवान टाकीज स्थित पारस हॉस्पिटल में इलाज कराकर मंटोला निवासी महिला नयति हॉस्पिटल में पॉजिटिव मिली। इसके बाद हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम ने हॉस्पिटल को सील कर दिया और 49 लोगों के सैंपल लेकर यहां से भेजा गया। इन सभी को हॉस्पिटल में ही क्वॉरंटीन कर दिया गया है।

4.कमलानगर के दो निजी हॉस्पिटल- 76 वर्षीय महिला का इलाज भी कमला नगर के दो अस्पतालों में हुआ है। इन दोनों अस्पतालों को भी हेल्थ डिपार्टमेंट ने सील कर दिया है और महिला के संपर्क में आए अस्पताल र्किमयों के सैंपल ले लिए हैं।

बुधवार को भी मिले दो कोरोना पॉजिटिव

बुधवार को भी दो लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। एक अप्रैल के बाद लगातार आगरा में कोरोनावायरस पॉजिटिव की रिपोर्ट आ रही है। बुधवार को भी एसआर हॉस्पिटल के लैब टेक्नीशियन की वाइफ और बेटी में कोरोनावायरस का संक्रमण मिला है। हेल्थ डिपार्टमेंट की टीम ने दोनों को आइसोलेट कर दिया है। एसआर हॉस्पिटल से अब तक 6 कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं। यह भी कोरोनावयरस का बड़ा एपि सेंटर बन गया है।

अब तक 65

आगरा में अबतक कोरोनावायरस पॉजिटिव की संख्या 65 हो गई है। इसमें से 8 लोगों में से पूरी तरह से संक्रमण खत्म हो गया है और वह अपने घर लौट गएहैं। एक महिला की मौत हो गई है। 56 एक्टिव केस का इलाज चल रहा है।

वर्जन

बुधवार को 76 वर्षीय कोरोना पॉजिटिव महिला की मौत हो गई। यह आगरा मे पहला कोरोनावायरस से मौत का केस है। महिला की तबियत पहले से ही खराब थी।

- डॉ। मुकेश कुमार वत्स, सीएमओ

बुजुर्ग महिला को मंगलवार शाम साढ़े सात बजे गंभीर अवस्था में एसएन मेडिकल कॉलेज के आइसोलेशन वार्ड में एडमिट कराया गया था। वह कोरोना संक्रमित थीं और पहले से ही हाइपोथाइरिडिजम, सीओपीडी एवं आईएलडी की मरीज थीं। स्टेरॉइड डिपेंडेंट एवं ऑक्सीजन थेरेपी पर थीं। उनकी मौत कार्डिक अरेस्ट के कारण बुधवार सुबह साढ़े 10 बजे हुई।

प्रभु एन सिंह, जिलाधिकारी आगरा