- ऑनलाइन शॉपिंग के बाद लकी ड्रॉ निकलने के नाम पर ठगी करने वाले गैंग ने किया खुलासा

आगरा। ऑनलाइन शॉपिंग के बाद लकी ड्रॉ के नाम पर हुई ठगी का शिकार एक-दो नहीं बल्कि करीब 1000 लोग हुए हैं। पुलिस ने साइबर के शातिर खिलाडि़यों से जब सख्ती से पूछताछ और दस्तावेजों को खंगाला तो कई चौंकाने वाले तथ्यों से परदा उठा। फिलहाल पुलिस बरामद की गई फोन डायरेक्ट्री से लोगों को कॉल कर वसूले गए रूपयों की जानकारी कर रही है।

तीन लोगों को जेल भेजने की तैयारी

शनिवार को चर्च रोड से एक ऑफिस पर पुलिस ने छापा मारा था। पुलिस को जानकारी मिली थी कि यहां से साइबर के शातिर ऑनलाइन शॉपिंग करने के बाद लकी ड्रॉ निकलने की बात कहकर लोगों से सर्विस चार्ज के नाम पर रकम वसूलते हैं। छापामारी के दौरान पुलिस ने मामले में शरद भट्ट व इनकी पत्‍‌नी वंदना भट्ट निवासी देहरादून के अलावा राजकुमार निवासी सदर व सरगना जितेंद्र चौधरी को पकड़ा और इनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। तीनों को जेल भेजने की तैयारी है।

फ्रॉड के बाद राइट का निशान

पुलिस ने मौके से बरामद रजिस्टरों की जांच की। मोबाइल नंबरों की लिस्ट की जांच की। उनमें करीब एक हजार नंबरों के आगे पैन से राइट का निशान लगा था। पुलिस ने पूछताछ की तो पता चला कि इन लोगों को निशाना बनाया जा चुका है। यहां पर 5 हजार से लेकर 25 हजार तक की ठगी की जाती थी।

कर्मचारियों को मिलता था कमीशन

मामले में पता चला है कि जो कर्मचारी लोगों को फंसाते थे, उनका सैलरी के अलावा कमीशन तय था। यदि 4000 के तीन क्लाइंट से रुपया आता था तो कमीशन का 500 रूपये उसी दिन और हर शनिवार को प्रति क्लाइंट 150 रुपये के हिसाब से पेमेंट किया जाता था। एक साथ 12 हजार का क्लाइंट फंसाकर क्लीयर करने पर 2000 रुपये तुरंत अकाउंट में ट्रांसफर करा दिए जाते थे। दिन में कम से कम 20 हजार और अधिकतम 40 से 45 हजार का फ्रॉड लोगों से किया जाता था।