-कमला नगर थाने पहुंचकर बोला-मैं भी डकैती डालने वालों में शामिल

आगरा। साहब! मैं प्रभात शर्मा। मणप्पुरम गोल्ड लोन कंपनी की शाखा में डकैती डालने वालों में मैं भी शामिल था। मुझे एनकाउंटर का डर है, इसलिए आत्मसमर्पण करने आया हूं। बुधवार को यह शब्द कहने वाले युवक पर कमलानगर थाना पुलिस को एकाएक विश्वास नहीं हुआ। पूछताछ में वह नरेंद्र उर्फ लाला गैंग का सदस्य ही निकला। उसने बताया कि गैंग के आगरा व नोएडा की तीन और शाखाओं में डकैती डालने की योजना थी।

दोपहर में पहुंचा थाने

कमला नगर स्थित मणप्पुरम गोल्ड लोन कंपनी की शाखा में पड़ी डकैती में पुलिस लाला गैंग के चार सदस्यों को जगह-जगह तलाश रही है। गैंग का एक सदस्य प्रभात खुद ही बुधवार दोपहर थाने पहुंच गया। आईजी रेंज नवीन अरोड़ा ने बताया कि प्रभात शर्मा थाने आने से पहले अपने कई परिचितों को आत्मसर्मपण करने के बारे में जानकारी देकर आया था। उसने घटना में शामिल होना स्वीकार किया है। प्रभात ने पुलिस को बताया कि सबसे पहले वह शाखा पर पहुंचा था। उसके संकेत देने पर ही अन्य बदमाश आए थे। बदमाश शाखा में प्रवेश कर गए तो वह पार्क में खड़ा होकर निगरानी करता रहा। वारदात के बाद वह अन्य साथियों के साथ निकल गया था। लूटा हुआ बचा माल नरेंद्र उर्फ लाला के पास ही है।

सातवें बदमाश के बारे में भी मिली जानकारी

प्रभात शर्मा से पुलिस को सातवें बदमाश संतोष जाटव उर्फ चाचा के बारे में भी जानकारी मिली है। अब तक पुलिस घटना में छह बदमाशों का शामिल होना मानकर चल रही थी। पुलिस की 10 टीमें गैंग के सरगना व अन्य बदमाशों की तलाश में दबिश दे रही है।

ये थी घटना

17 जुलाई को आधा दर्जन बदमाशों ने मणप्पुरम गोल्ड लोन कंपनी की शाखा में दिनदहाड़े डकैती डालकर साढ़े पंद्रह किलो सोना व छह लाख रुपए का कैश लूट लिया था। पुलिस ने उसी दिन दो बदमाशों को मुठभेड़ में ढेर कर दिया। उनसे साढ़े सात किलो सोना व डेढ़ लाख रुपए का कैश बरामद कर लिया। गैंग सरगना नरेंद्र उर्फ लाला पर एडीजी ने एक लाख रुपए और प्रभात शर्मा, अंशू और रेनू शर्मा पर एसएसपी मुनिराज जी। ने 25-25 हजार रुपए का ईनाम घोषित किया है।