- भांजे की मोबाइल रिकॉर्डिग में निकला मामा की हत्या का सबूत

आगरा। थाना सिकंदरा एरिया केके नगर में भांजे ने मामा को जहर देकर मौत के घाट उतार दिया। इतना ही नहीं बॉडी को रेलवे ट्रैक पर ले जा कर शव के टुकड़े कर दिए। पुलिस को मौके से धड़ और एक पैर ही मिला। परिजनों ने गुरुवार सुबह उसकी शिनाख्त की। मामले में हत्यारे भांजे को पुलिस ने हिरासत में लिया है।

गुरूग्राम में था सीनियर इंजीनियर

गांव मियांसुर, थाना साहवर, कासगंज निवासी 27 वर्षीय संदीप पुत्र स्व। जमादार सिंह गुरूग्राम (पहले गुड़गांव) में बीएनएल कंपनी में सीनियर इंजीनियर की पोस्ट पर काम कर रहा था। उसके साथ उसका छोटा भाई देवेंद्र साथ रहता था। संदीप छह मई को केके नगर निवासी अपने भांजे शिवम पुत्र संजय सिंह के यहां पर आया। फिर वह गुड़गांव नहीं लौटा।

भाई के पास गया था मैसेज

संदीप के बड़े भाई विजय प्रकाश ने बताया आठ मई की रात 11 बजे संदीप के मोबाइल से भाई देवेंद्र के मोबाइल पर मैसेज गया कि 'देवेंद्र मुझे बचा लो, बड़ी मुसीबत में हूं, ब्लैक कलर की गाड़ी में बंद हूं। 4-5 लोग मुझे मारना चाहते हैं'। इसके बाद भाई ने गुरूग्राम के थाना सुकरोली में पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने उसकी लोकेशन खंगाली।

भांजे के मोबाइल से निकला राज

पुलिस को आठ मई को बोदला रेलवे ट्रैक पर शव पड़ा मिला। उसका धड़ और एक हाथ था। शेष हिस्सा गायब था। उसके पास से मोबाइल भी था। भांजा परिजनों के साथ मामा के लिए दुखी था। परिजनों को उस पर कुछ शक था। शक के आधार पर भांजे को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की तो राज खुल गया।

गुस्से में आकर की हत्या

बड़े भाई विजय ने बताया कि 4-5 महीने पहले संदीप ने शिवम की बेल्ट से पिटाई की थी। चूंकि शिवम के संगत सही नहीं थी। वह जुआ आदि खेलता था। तभी से शिवम उससे खुन्नस मान गया। शिवम ने अपने मोबाइल की कॉल डिटेल और रिकॉर्डिग डिलीट कर दी थी लेकिन जब डाटा रीस्टोर हुआ तो उसके व उसके दोस्तों के बीच की कॉल रिकॉर्ड निकली जिससे हत्या का मामला क्लीयर हो गया।

रिश्तेदार का मोबाइल भी किया यूज

बुधवार को शिवम ने एक रिश्तेदार का मोबाइल यह बोल कर ले लिया कि उसके मोबाइल में दिक्कत आ रही है। उसने अपने एक दोस्त को कॉल किया। लेकिन उसे यह नहीं पता था कि रिश्तेदार के मोबाइल में ऑटोमैटिक कॉल रिकॉर्डिग है। वह दोस्त से बोल रहा था कि तुम उसे मैसेज कर दो और सिम तोड़ देना। उसने एक युवती का नाम लिया था। भाई विजय के मुताबिक उसने पहले उसे कोल्ड्रिंक में विशाख्त दिया फिर रेलवे ट्रेक पर सुसाइड दिखाने की कोशिश की। भांजा विशाख्त देने के बाद उसे बैग में डाल कर ले गया था ट्रेक पर शव के टुकड़े कर दिए।