आगरा(ब्यूरो)। आरोपियों ने बताया कि पांच महीने आबिद से विवाद हो गया था। आबिद की सोमवार की रात को हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने नामजद नरेंद्र धाकड़, टीटू, गुलाब ङ्क्षसह, संजू कर्दम, राजाबाबू, विक्रम और कलुआ को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों ने पूछताछ के आधार पर पुलिस ने बताया कि आबिद का पांच महीने पहले राजाबाबू, टीटू, संजू आदि से विवाद हो गया था। आबिद ने उन्हें पीट दिया था। वह उससे रंजिश मानने लगे थे।

सिर पर रांपी मार, डंडे से प्रहार
मारपीट का बदला लेने के लिए वे सोमवार की शाम को आबिद को अपने साथ ले गए। शराब पीने के बाद आबिद के सिर पर रांपी और डंडे से प्रहार किया। लहूलुहान हालत में छोड़कर भाग गए थे।

रात में ही गिरफ्तार किए आरोपी
मामला दो संप्रदाय का होने के चलते मिश्रित आबादी वाले मंटोला क्षेत्र में तनाव फैल गया था। पुलिस आयुक्त डॉ। प्रीङ्क्षतदर ङ्क्षसह ने रात में ही पीएसी तैनात कर दी। कई थानों की पुलिस तैनात कर दी। सेक्टर स्कीम लागू कर दी। नामजदों को रात में ही गिरफ्तार कर लिया गया।


पुलिस और पीएसी रहे अलर्ट
मंगलवार सुबह आठ बजे पोस्टमार्टम के बाद आबिद का शव घर पहुंचा। लोगों में आक्रोश भांपते हुए पुलिस अधिकारी डेरा डाले रहे। पूर्व में क्षेत्र में तैनात रहे पुलिसकमियों को विशेष तौर पर बुला लिया गया था। दोपहर करीब तीन बजे पचकुंइयां कब्रिस्तान में दफन कर दिया गया। इस दौरान पुलिस और पीएसी के जवान अलर्ट रहे।

सदर भट्टी पर लगी स्लाइङ्क्षडग बेरिकेङ्क्षडग
पुलिस ने सदर भट्टी और मदीना तिराहा तक नाकाबंदी कर दी थी। सदर भट्टी पर स्लाइङ्क्षडग बेरिकेङ्क्षडग लगा दी थीं। सिर्फ पैदल और दोपहिया वाहनों को निकलने दिया गया। इन स्थानों पर पुलिस और पीएसी तैनात रही थी। आने जाने वालों को पूछताछ के बाद ही जाने दिया गया।


मेडिकल आदेश लाने को भटकते रहे परिजन
आबिद के बड़े भाई मोहम्मद जावेद ने बताया कि सोमवार की शाम करीब छह बजे नरेंद्र, टीटू व संजू आदि उसे बुलाकर ले गए थे। रेल लाइन पर उसे मरणासन्न हालत में छोड़ गए थे। जावेद और पिता बाकर का आरोप है कि आबिद को जिला अस्पताल लेकर गए्। वहां उपचार नहीं किया और पहले पुलिस को जानकारी करने की कही। उस समय आबिद की सांस चल रही थी। थाने से मेडिकल आदेश का कागज लाने को कहा। बाकर मंटोला थाने गए। पुलिस उन्हें घटनास्थल पर लेकर गई और रेल लाइन पार की घटना बताकर रकाबगंज थाने भेज दिया।


उपचार तो बच सकती थी जान
बाकर रकाबगंज थाने पहुंचे। इसमें ही करीब दो घंटे का समय लग गया। इसके बाद भी जिला अस्पताल में पर्याप्त उपचार नहीं मिला। जावेद और बाकर का कहना था कि समय पर उपचार मिल जाता तो शायद आबिद की जान बच जाती।



मंटोला में हत्या को लेकर छह नामजद समेत एक अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। सभी सात लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी नरेंद्र धाकड़, टीटू, गुलाब ङ्क्षसह, संजू कर्दम, राजाबाबू, विक्रम और कलुआ को मंगलवार को जेल भेज दिया गया।
विकास कुमार, डीसीपी


आर्थिक सहायता, शांति की अपील
आबिद चार भाइयों और तीन बहनों में सबसे बड़े थे। आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है। इस्लामिया लोकल एजेंसी के चेयरमैन मोहम्मद जाहिद कुरैशी ने आबिद के परिजन को व्यक्तिगत तौर पर डेढ़ लाख रुपए देने की घोषणा की। उपाध्यक्ष शरीफ कुरैशी ने इस्लामिया लोकल एजेंसी की ओर से एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने का आश्वासन दिया है। चेयरमैन और उपाध्यक्ष के साथ ही मोहम्मद फैसल, अदनान कुरैशी, मोहम्मद अंसार व शानू आदि ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की।