- नहीं मिल रहे हैं नाम-पते, पुलिस चक्कर लगाकर परेशान

आगरा। आचार संहिता लगते ही प्रशासन ने जिले में शस्त्र लाइसेंसो के वेरीफिकेशन के निर्देश सभी थाना क्षेत्रों को दिए थे। सभी लाइसेंसी असलाह धारकों को असलहे जमा कराने के निर्देश थे। लेकिन पुलिस इस काम को पूरी तरह से अंजाम नहीं दे पा रही है। लोगों के पते ढूंढ़ने में पुलिस परेशान हो रही है।

होगी निरस्तीकरण की कार्रवाई

हाल ही में पुलिस ने ऐसे नाम व पतों की लिस्ट तैयार की थी, जो नहीं मिल रहे हैं। उन पर तलवार लटक रही थी। अब एक हजार से अधिक लाइसेंस की निरस्तीकरण की रिपोर्ट डीएम कार्यालय भेजी गई है। इसके अलाव पुलिस लगातार सूची तैयार कर रही है, जिनके पते नहीं मिल रहे हैं। जो लोग पते बदल कर रह रहे हैं, वह भी संबंधित थाने में आकर संपर्क नहीं कर रहे हैं।

बहुत पुराने पतों को तलाशने में हो रही दिक्कत

2003 में मुन्ना लाल निवासी गोपालपुर, इटावा, 1965 में दो लाइसेंस हिम्मत खां और मोहम्मद वकील निवासी फीरोजाबाद के नाम से हैं। 1994 में कृष्णा आंध्रप्रदेश, 1975 में कमांडर कॉलोनी निवासी श्याम सुंदर शर्मा, 1953 में टीला सहराऊ निवासी प्यारे लाल, 1974 में 18 पश्चिमपुरी निवासी ई जॉली, 1959 में बसंत लाल निवासी कटवारी आदि हजारों ऐसे नाम हैं, जो पुलिस को ढूंढ़ने से नहीं मिल रहे हैं।