-पिछले कई महीनों से चल रहा था सब्जेक्ट्स को लेकर मंथन

-कुलपति ने सर्वसम्मति से बैठक में प्रस्ताव पर लगाई मुहर

आगरा। डॉ। भीमराव अंबेडकर यूनिवíसटी के खंदारी परिसर स्थित जेपी सभागार में गुरुवार को कुलपति प्रोफेसर अशोक मित्तल की अध्यक्षता में विद्या परिषद की आकस्मिक बैठक आयोजित की गई। इसमें सर्वसम्मति से बीए, बीएससी के अंतिम वर्ष में दो के स्थान पर तीन विषय पढ़ाए जाने के परीक्षा समिति के प्रस्ताव पर मुहर लगाई गई। इसके लिए यूनिवíसटी के अधिनियम में संशोधन किए जाने का प्रस्ताव स्वीकृत किया गया।

एमडी यूनानी मेडिसिन का एक सब्जेक्ट चेंज

एमडी यूनानी मेडिसिन में एक विषय का नाम परिवर्तन किया गया, जो 2017- 18 के बैच से लागू माना जाएगा। धर्म समाज कॉलेज अलीगढ़ द्वारा वर्तमान सत्र से प्रारंभ किए जाने वाले दो नए पाठ्यक्रमों को अनुमोदन प्रदान किया गया, जिनके नाम हैं बीवॉक इन इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी और एडवांस डिप्लोमा इन हेल्थकेयर। जंतु विज्ञान विभाग और वनस्पति विज्ञान विभाग की अकादमिक समिति की संस्तुतियों को अनुमोदन प्रदान किया गया, जिसमें एमफिल के विद्याíथयों के विषय स्वीकृत किए गए थे। 23 सितंबर 2020 की परीक्षा समिति की संस्तुतियों को अनुमोदन प्रदान किया गया।

इन मामलों में लिया कमेटी ने फैसला

1-एलएलबी पाठ्यक्रम उत्तीर्ण करने की अधिकतम समय सीमा 6 वर्ष है और बीए एलएलबी पाठ्यक्रम उत्तीर्ण करने की अधिकतम समय सीमा 8 वर्ष हैं। इन दोनों पाठ्यक्रमों के वह छात्र वह हैं, जिनके पाठ्यक्रम की अधिकतम सीमा समाप्त हो चुकी है, वर्ष 2020 में पूर्ण हो रही है, लेकिन उनकी डिग्री अधिकतम 3 प्रश्न पत्रों में अनुत्तीर्ण होने के कारण अपूर्ण है।

2-अपूर्ण परीक्षा फल वाले सभी सब्जेक्टस के छात्रों को पुन: परीक्षा का एक विशेष अवसर प्रदान किया जाएगा। जिससे वे अपने पाठ्यक्रम को पूर्ण कर सकें। वर्ष 2015 से दो वर्षीय बीएड पाठ्यक्रम प्रारंभ किया गया था, जिसे उत्तीर्ण करने की अधिकतम समय सीमा 3 वर्ष है लेकिन ऐसे छात्र-छात्राएं जिनकी तीन वर्ष की अधिकतम सीमा समाप्त हो चुकी है, को अवसर मिलेगा

3-बीएड प्रथम वर्ष की अथवा बीएड द्वितीय वर्ष की पुन: परीक्षा अथवा भूतपूर्व छात्र के रूप में अधिकतम दो प्रश्न पत्रों में अनुत्तीर्ण होने के कारण उनकी डिग्री अपूर्ण रह गई है, ऐसे सभी छात्रों को भी पुन: परीक्षा का एक अवसर प्रदान किया जाएगा और वर्ष 2020 में ही द्वितीय वर्ष की परीक्षा के लिए उनके फॉर्म भरवाए जाएंगे।

4-इसी प्रकार सेमेस्टर परीक्षा से संबंधित पाठ्यक्रम जैसे बीबीए, बीसीए सहित कई वह छात्र, जिनके पाठ्यक्रम की अधिकतम समय सीमा समाप्त हो चुकी है लेकिन किसी एक सेमेस्टर की परीक्षा में या दो प्रश्न पत्र की परीक्षा में अनुत्तीर्ण होने के कारण उनकी डिग्री अपूर्ण है। ऐसे विद्याíथयों को भी पुन: परीक्षा का एक अंतिम अवसर प्रदान किया जाएगा। मुख्य परीक्षा 2020 की अंतिम वर्ष की अवशेष परीक्षाओं के लिए नोडल केंद्रों और परीक्षा केंद्रों का अनुमोदन किया गया है।

ये रहे मौजूद

बैठक की अध्यक्षता कुलपति प्रोफेसर अशोक मित्तल ने की। इस अवसर पर कुलसचिव डॉ। अंजनी कुमार मिश्रा, परीक्षा नियंत्रक डॉ। राजीव कुमार, प्रोफेसर यू सी शर्मा, प्रोफेसर अजय तनेजा, प्रोफेसर प्रदीप श्रीधर, प्रोफेसर अनिल वर्मा, प्रोफेसर बिंदु शेखर शर्मा, प्रोफेसर बीपी सिंह प्रोफेसर मनोज उपाध्याय, प्रोफेसर दीपमाला श्रीवास्तव, डॉ। निर्मला यादव, डॉ। हेम प्रकाश, डॉ। विपिन अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।