हाल-ए-आगरा महायोजना-2021

- अफसरशाही ने तोड़ा बाजार स्ट्रीट का सपना

-आधा दर्जन से अधिक सड़कों के किनारे विकसित होना था बाजार

- बैठकों में चर्चा तक सीमित रहा प्रस्ताव, आजतक नहीं किया गया सर्वे

आगरा : बाजार के सहारे रोजगार। प्रस्ताव अच्छा था। आगरा महायोजना-2021 में शहर की आधा दर्जन सड़कों के सहारे बाजार विकसित होने थे। सड़क और फुटपाथ पर अतिक्रमण न हो, इस बात का ध्यान रखना था। साथ ही पार्किंग की भी व्यवस्था होनी थी, लेकिन अफसरशाही ने बाजार स्ट्रीट का सपना तोड़ दिया। बैठकों में चर्चा हुई, लेकिन बाजारों को विकसित करने के लिए ठोस कार्य नहीं हुआ। बैठकों तक ही कार्रवाई सीमित रही। आज तक सर्वे नहीं किया गया।

कई स्थानों पर विकसित होने थे बाजार

आगरा महायोजना-2021 में दयालबाग मार्ग के दोनों तरफ, मथुरा से कानपुर हाईवे-19 पर खंदारी चौराहे से वाटरव‌र्क्स चौराहे तक, शाहगंज-बोदला-सिकंदरा मार्ग पर भोगीपुरा चौराहे तक 50-50 मीटर तक, एमजी रोड पर भू उपयोग मानचित्र के अनुसार 100-100 मीटर तक, मदिया कटरा से लोहामंडी चौराहे तक मार्ग के पश्चिम दिशा की तरफ, शमसाबाद-फतेहाबाद सड़क को जोड़ने वाली रोड पर तीस मीटर तक दोनों तरफ, बिचपुरी मार्ग पर लोहामंडी चौराहे से बोदला चौराहे तक मार्ग के दोनों तरफ बाजार विकसित होने थे। बाजार स्ट्रीट के लिए 190.66 हेक्टेअर भूमि प्रस्तावित की गई थी।

खत्म हो जाता जाम का झाम

सिकंदरा निवासी गंभीर सिंह का कहना है कि बाजार स्ट्रीट ठीक तरीके से विकसित कर दी जाती तो प्रमुख सड़कों पर जाम का झाम खत्म हो जाता। आगरा महायोजना-2021 में इस ¨बदु को शामिल किया गया, लेकिन योजना पर अमल नहीं किया गया।

क्या फायदा ऐसी योजना का?

पार्षद रवि माथुर का कहना है कि सड़कों के किनारे मनमुताबिक जगहों पर ठेल लग जाते हैं। ठेल विक्रेता डस्टबिन नहीं रखते हैं। आगरा महायोजना में बाजार स्ट्रीट की योजना अच्छी थी, लेकिन इस पर फोकस नहीं किया गया। ऐसी योजना बनाने का क्या फायदा हुआ।

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बाजार स्ट्रीट के प्रस्ताव की जानकारी मांगी गई है। जल्द ही इसे लेकर बैठक बुलाई जाएगी।

-डॉ। राजेंद्र पैंसिया, उपाध्यक्ष एडीए