- ब्लैक फंगस से अब तक पांच की हो चुकी है मौत

- 12 मरीजों के हुए अब तक ऑपरेशन, 33 मरीज भर्ती

आगरा: एक ओर जहां कोरोना के नए मामलों में गिरावट देखी जा रही है, वहीं अब म्यूकरमाइकोसिस (ब्लैक फंगस) के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। साथ ही इस बीमारी की चपेट में आकर मरीज दम भी तोड़ रहे हैं।

एसएन मेडिकल कालेज में ब्लैक फंगस से बुधवार को एक और मरीज की मौत हो गई। इसके साथ ही अब तक इस रोग से पांच की मौत हो चुकी है। ऑपरेशन के बाद एक मरीज को आईसीयू में भर्ती किया गया है। 33 मरीजों का इलाज चल रहा है।

छह की हालत गंभीर

शाहगंज निवासी 65 वर्षीय मरीज को 20 मई को एसएन के ब्लैक फंगस वार्ड में भर्ती किया कराया गया था। उन्हें आंख की रोशनी कम होने के साथ ही दौरे पड़ रहे थे। बुधवार को उनकी मौत हो गई। ईएनटी सर्जन डॉ। अखिल प्रताप सिंह ने बताया कि तीन और मरीजों के ऑपरेशन किए गए। दूरबीन विधि से ऑपरेशन कर साइनस से ब्लैक फंगस निकाला गया। इसे बायोप्सी के लिए भेजा गया है। अब तक 12 मरीजों के ऑपरेशन किए जा चुके हैं। एक मरीज ऑपरेशन के बाद आइसीयू में भर्ती है। इस रोग से पीडि़त 33 मरीज भर्ती हैं। इसमें छह गंभीर हैं।

दवाओं की कमी से आ रही समस्या

ब्लैक फंगस के मरीजों को एम्फोटेरेसिन बी इंजेक्शन दिया जा रहा है। इसकी डोज दो से तीन इंजेक्शन रोज है। यह इंजेक्शन 15 से 30 दिन तक दिए जाते हैं। मरीजों की संख्या बढ़ रही है, इंजेक्शन कम हैं। ऐसे में मरीजों को दिन में एक इंजेक्शन ही लगाया जा रहा है। प्रिंसिपल डॉ। संजय काला ने बताया कि म्यूकरमाइकोसिस के मरीजों का ऑपरेशन करने के साथ दवाओं से इलाज किया जा रहा है।

कई मरीज प्राइवेट हॉस्पिटल मे

शहर में म्यूकरमाइकोसिस के शिकार मरीजों की संख्या सरकारी आंकड़ों से अधिक हो सकती है। चूंकि कई मरीज प्राइवेट हॉस्पिटल में अपना इलाज करा रहे हैं।

वर्जन

तीन और मरीजों के ऑपरेशन किए गए। दूरबीन विधि से ऑपरेशन कर साइनस से ब्लैक फंगस निकाला गया। इसे बायोप्सी के लिए भेजा गया है। अब तक 12 मरीजों के ऑपरेशन किए जा चुके हैं। इस रोग से पीडि़त 33 मरीज भर्ती हैं। इसमें छह गंभीर हैं।

डॉ। अखिल प्रताप सिंह, ईएनटी सर्जन, एसएन मेडिकल कॉलेज