-दहतोरा में मंदिर हटाने को लेकर अखिल भारत हिंदू महासभा ने किया प्रदर्शन

- एडीए द्वारा मंदिर को हटाने का महासभा कर रही है विरोध, एक दिन पहले किया था ऐलान

आगरा। दहतोरा मंदिर प्रकरण को लेकर जिला मुख्यालय पर एसएसपी कार्यालय के बाहर मंगलवार को अखिल भारत हिंदू महासभा ने प्रदर्शन किया। इस दौरान पांच पदाधिकारियों ने खुद पर मिट्टी का तेल डालकर सामूहिक आत्मदाह का प्रयास किया। पुलिस ने पदाधिकारियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

मुकदमा वापस लेने की भी मांग

अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय जाट ने बताया कि आगरा विकास प्राधिकरण ने 17 जून को दहतोरा में मंदिर को हटा दिया था। विकास प्राधिकरण का कहना है कि मंदिर उसकी जमीन पर अतिक्रमण करके बनाया गया था। महासभा ने इसके विरोध में दो दिन पहले बोदला से लेकर दहतोरा तक पैदल मार्च करके प्रदर्शन किया था। जगदीशपुरा और सिकंदरा थाने में महासभा के पदाधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। महासभा ने मुकदमा वापस लेने व मंदिर बनाने को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन का ऐलान किया था।

खुद पर डाला मिट्टी का तेल

मंगलवार की दोपहर एक बजे महासभा के पदाधिकारी धर्मेंद्र शर्मा, जतिन सारस्वत, जितेंद्र कुशवाहा, सुनील प्रजापति समेत दर्जनों कार्यकर्ता जिला मुख्यालय पहुंचे। यहां पर पुलिस और पीएसी पहले से तैनात थी। एसएसपी कार्यालय के सामने प्रदर्शन के दौरान पदाधिकारी खुद पर मिट्टी का तेल डालकर आग लगाने का प्रयास करने लगे। पुलिसकíमयों ने उनसे माचिस छीन ली। पदाधिकारियों से उसकी खींचतान भी हुई। पुलिस आत्मदाह का प्रयास करने वाले पदाधिकारियों को गिरफ्तार कर थाने ले आई। वहीं संजय जाट ने आरोप लगाया कि पुलिस ने प्रदेश प्रवक्ता एवं अधिवक्ता बृजेश भदौरिया के साथ अभद्रता की।

दरोगा विकास राणा की ओर से धर्मेंद्र शर्मा प्रांतीय अध्यक्ष गोरक्षा विभाग, जतिन सारस्वत नगर संयोजक सादाबाद, जितेंद्र कुशवाहा जिला प्रभारी हिंदू महासभा, सुनील प्रजापति महानगर महामंत्री, धर्मेंद्र शर्मा विभाग अध्यक्ष के खिलाफ धारा 188, महामारी अधिनियम, बलवा, खुदकुशी का प्रयास, सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में मुकदमा दर्ज किया है। आरोपियों को कोर्ट में प्रस्तुत किया गया था। वहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।

शाहनजर अहमद, इंस्पेक्टर, नाई की मंडी