AGRAनिजी कंपनियों को सरकार से पेट्रोल खरीदने में घाटा हो रहा है। इसके चलते वे पेट्रोल-डीजल की खरीद नहीं कर रहीं हैं। इस बारे मेें मारुति एस्टेट चौराहा स्थित एस्सार पेट्रोल पंप बांके बिहारी फिलिंग स्टेशन के ओनर प्रवेश गोयल ने बताया कि कंपनियों को पेट्रोल-डीजल मंगाने के लिए एडवांस भी दे रखे हैं। लेकिन कंपनी का कहना है कि उन्हें घाटा हो रहा है। इसलिए पेट्रोल-डीजल नहीं मिल पा रहा है। एस्सार, नियारा, रिलायंस कंपनी के पेट्रोल पंप को मिलाकर तकरीबन 25 पेट्रोल पंप प्रभावित हैं।

इन कंपनियों के पंप नहीं प्रॉब्लम
शहर में इंडियन ऑयल, हिन्दुस्तान और भारत पेट्रोलियम के पंप पर डीजल-पेट्रोल की कोई कमी नहीं है।

कर्मचारी हुए बेरोजगार
प्राइवेट कंपनियों के पेट्रोल पंप पर कार्यरत सैकड़ों की संख्या में कर्मचारी बेरोजगारी के कगार पर खड़े हैं। पिछले एक सप्ताह से ज्यादा समय से प्राइवेट कंपनी के पेट्रोल पंप बंद पड़े हैं। ऐसे में पेट्रोल पंप पर कार्यरत कर्मचारियों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।

पहले पेट्रोल-डीजल के रेट आसमान पर थे। कुछ दिन पहले रेट में कुछ सहूलियत मिली थी। अब पेट्रोल-डीजल की किल्लत शुरू हो गई। ऐसे में परेशानी तो बढ़ेगी। पेट्रोल पंपों पर भीड़ जुटेगी।
विनय मित्तल

प्राइवेट पेट्रोल पंप पर पेट्रोल-डीजल की किल्लत रहेगी तो आगे आने वाले समय में दिक्कत होगी। जो पेट्रोल पंपों पर आपूर्ति हो रही है। तो दूर दराज के लोग भी पेट्रोल -डीजल लेने आएंगे, तो क्राउड बढ़ेगी।
अशोक जैन

आगरा से राजस्थान की सीमा सटी है। ऐसे मेें लोग रेट का लाभ लेने के लिए यूपी के बॉर्डर से सटे पेट्रोल पंप पर डीजल-पेट्रोल लेने आते हैं। 25 पेट्रोल पंप ड्राई हो गए हैं तो आगे डीजल-पेट्रोल की खपत को लेकर मुश्किलें पैदा हो सकती हैं।
यशपाल सिंह

कंपनियों का अपना व्यक्तिगत मामला है। इसमें हमारी कोई भूमिका नहीं है। उनको लाभ हो रहा है या हानि हो रही है, ये कंपनी का अपना निर्णय है।
संजीव कुमार, डीएसओ