- सिटी के 40 पेट्रोल पंप पर डीजल और पेट्रोल के लिए पूरे दिन मचा रहा हाहाकार

- दोपहर तीन बजे के बाद सिटी के पेट्रोल पंप पर टैंकर, तब जाकर मिला पेट्रोल और डीजल

- टैंकर आने के साथ ही पेट्रोल पंप पर लगा बाइकर्स और कार सवारों का तांता

GORAKHPUR :

पेट्रोल-डीजल को लेकर थर्सडे को सिटी में पूरा दिन हाहाकार मच गया। आलम यह रहा कि सिटी के डिफरेंट एरियाज में लोगों को कई किलोमीटर तक बाइक अपनी घसीटते हुए ले जाना पड़ा। लेकिन उसके बाद भी उन्हें पेट्रोल नहीं मिल सका। यह दिक्कत शाम तक बनी रही। इस दौरान पेट्रोल ऑपरेटर्स का कहना था कि बेतालपुर डिपो टैंकर ड्राइवर्स की दो दिवसीय स्ट्राइक के चलते यह समस्या आई है, जिसे देर शाम दुरुस्त कर लिया गया।

सिटी के 40 पेट्रोल पंप पर रही दिक्कतें

सिटी में आईओसी, बीपीसी और एचपीसी के करीब 40 पेट्रोल पंप हैं। ट्यूज्डे से ही टैंक ड्राइवर्स ने हड़ताल कर रखी थी। यह न्यूज आने के बाद थर्सडे सुबह से ही हर पेट्रोल पंप पर पेट्रोल और डीजल के लिए भीड़ लगनी शुरू हो गई। लेकिन दोपहर के 2.50 बजे तक किसी भी कंज्यूमर को पेट्रोल या फिर डीजल की सप्लाई नहीं की जा सकी। पेट्रोल और डीजल के किल्लत इस कदर रही कि लोगों को काफी दिक्कतें उठानी पड़ी। ऑफिस जाने वालों और कॉलेज गोइंग स्टूडेंस को पेट्रोल न मिलने के चलते अपने व्हीकल्स को कई किलोमीटर तक घसीटते हुए देखा गया।

14 लाख लीटर पेट्रोल और 16 लाख लीटर डीजल की रही कमी

बैतालपुर डिपो में बीपीसी, आईओसी और एचपीसी के तीन पेट्रोलियम कंपनियों के टैंक हैं। यहां से पूरे पूर्वाचल में पेट्रोल और डीजल की सप्लाई की जाती है। बैतालपुर डिपो से मिली जानकारी के मुताबिक, तीनों पेट्रोलियम कंपनियों के डिपो से औसतन एक दिन में 14 लाख लीटर पेट्रोल और 24 लाख लीटर डीजल की सप्लाई गोरखपुर जिले के पेट्रोल-डीजल टैंक ऑपरेटर्स के लिए किए जाते हैं। लेकिन 1 और 2 सितंबर को डीजल और पेट्रोल की सप्लाई न होने से गोरखपुर जिले के पेट्रोल पंप ऑपरेटर्स के सामने दिक्कतें आ गई। इसके अलावा जितने की डिमांड होती है। उतनी सप्लाई बैतालपुर डिपो से की जाती है।

दो दिवसीय स्ट्राइक के चलते मचा हाहाकार

दरअसल, सेंट्रल गवर्नमेंट की तरफ से जारी सख्त कानून के विरोध में बैतालपुर डिपो के ट्रक ड्राइवर्स दो दिवसीय हड़ताल पर रहे। 31 अगस्त के बाद से सिटी के किसी भी पेट्रोल पंप पर एक भी गाड़ी पेट्रोल और डीजल लेकर नहीं आई। इस कारण सिटी के सभी पेट्रोल पंप के टैंक पूरी तरह से खाली हो गए। नतीजा यह रहा कि कंज्जूमर्स जहां पेट्रोल और डीजल के लिए परेशान रहे। वहीं पेट्रोल पंप ऑपरेटर्स के भी माथे से पसीने छूट रहे थे। कई पेट्रोल पंप ऑपरेटर्स को तो पेट्रोल और डीजल न होने के बोर्ड लगाने पड़े। इसके बावजूद कंज्यूमर्स पेट्रोल पाने की उम्मीद में पेट्रोल पंपों पर पहुंचते रहे।

देर शाम अचानक उमड़ी भीड़

जैसे ही तीन बजे के बाद पेट्रोल पंप बैतालपुर डिपो से ट्रक ड्राइवर्स ट्रक लेकर आए। वैसे ही पेट्रोल पंप पर पेट्रोल और डीजल भरवाने के लिए भीड़ इकठ्ठी हो गई। आलम यह रहा कि पेट्रोल पंप ऑपरे‌र्ट्स सादा पेट्रोल के साथ-साथ स्पीड पेट्रोल की सप्लाई करते रहे। क्योंकि सादा पेट्रोल के ज्यादा डिमांड होने से उसकी खपत तेजी से हो रही थे। स्पीड पेट्रोल को लेकर कई कंज्यूमर्स तो पेट्रोल पंप आपरेटर्स से भिड़ भी गए।

दो दिवसीय हड़ताल के कारण सभी पेट्रोल पंप पर यह समस्या आई। देर शाम के बाद स्थिति को काबू किया जा सका। हालांकि आगे ऐसी समस्या नहीं आएगी।

-सीपी खेतान, मंडल उपाध्यक्ष, उ.प्र। पेट्रोलियम ट्रेडर्स एसोसिएशन

हड़ताल के चलते यह समस्या आई है। इसके चलते पूरे दिन कंज्यूमर्स को दिक्कतें हुई। दोपहर तीन बजे के बाद से बैतालपुर से गाड़ी आने के बाद लोगों को पेट्रोल और डीजल की सप्लाई की जा सकी।

-संजय अग्रवाल, पांडेय पेट्रोल पंप ऑपरेटर