- ट्रांस यमुना स्थित अस्पताल की घटना

- शक होने पर अस्पताल संचालक ने फोन कर बुलाया

आगरा। गर्भ में पल रहे शिशु के लिंग परीक्षण करन में शहर के अल्ट्रासाउंड सेंटर्स और अस्पताल बदनाम हो चुके हैं। लेकिन मंगलवार को शहर में इससे बिल्कुल उलट घटना हुई। अब तक स्वास्थ्य विभाग की इन सेंटर्स या अस्पतालों पर कार्रवाई करता था लेकिन इस बार ऐसे लोगों को पकड़वाने में खुद अस्पताल संचालक ने मदद की। मंगलवार को ट्रांस यमुना क्षेत्र में स्थित संजीवनी अस्पताल में एक एजेंट के माध्यम से लिंग परीक्षण कराने आए ग्राहक को अस्पताल संचालक ने ही पकड़वाया।

महिला एजेंट लेकर आई थी ग्राहक

दोपहर करीब दो बजे एक महिला एजेंट ममता उर्फ पिंकी अपने ग्राहक के साथ अस्पताल में अल्ट्रासाउंड कराने ट्रांस यमुना स्थित संजीवनी हॉस्पिटल में आई। अल्ट्रासाउंड होने के बाद जब रिपोर्ट कलेक्ट करने की बारी आई तो अस्पताल प्रशासन ने उनसे आई डी मांगी। उन्होंने अपने आप को खंदौली का निवासी बताते हुए आईडी देने में आनाकानी करने लगे। जब वे अपना निवास स्थान बार-बार बदलने लगे तो अस्पताल प्रशासन को शक होने लगा।

आईडी मांगने पर दबाव बनाया

अस्पताल संचालक डॉ। भूपेन्द्र ने उनसे आईडी मांगने में दबाव बनाया तो उन्होंने भरतपुर, राजस्थान की आईडी दी। ऐसे में अस्पताल प्रशासन ने तुरंत स्वास्थ्य विभाग को फोन कर इसकी शिकायत की। स्वास्थ्य विभाग ने तत्परता दिखाते हुए अस्पताल पहुंचे और महिला को पकड़ा। विभाग ने थाना एत्मादौला में उसकी शिकायत की और पुलिस के हवाले कर दिया।

फर्जी रिपोर्ट बताने का गिरोह सक्रिय

शहर में अल्ट्रासाउंड कराकर फर्जी रिपोर्ट बताने वालों का गिरोह सक्रिय है। गिरोह ग्राहक को फांस कर किसी भी अल्ट्रासाउंड सेंटर पर उन्हें ले जाते हैं और कैसी भी अल्ट्रासाउंड करा देते हैं। उसकी रिपोर्ट हासिल कर उन्हें फर्जी जानकारी दे देते हैं और रुपए ऐंठ लेते हैं।