- चार करोड़ रुपये की नशे में इस्तेमाल होने वाली दवाएं और तीन करोड़ रुपये की गर्भपात किट बरामद

- सरगना सहित 14 वांछित हैं, सभी को ड्रग माफिया घोषित कर गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की जाएगी

आगरा। अंतरराज्यीय नशीली दवाओं के जयपुरिया गैंग के सात ठिकानों पर औषधि विभाग और पुलिस की 42 घंटे कार्रवाई चली। सरगना पंकज गुप्ता के भाई, बेटे और भाजपा नेत्री के पति को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। टीम ने चार करोड़ रुपये की नशे में इस्तेमाल होने वाली दवाएं और तीन करोड़ की गर्भपात किट जब्त की हैं। सरगना सहित 14 वांछित हैं, सभी को ड्रग माफिया घोषित कर गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की जाएगी।

नशीली दवाएं और गर्भपात किट जब्त

थाना कमला नगर में प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसएसपी बबलू कुमार ने बताया कि 19 दिसंबर को औषधि विभाग और पुलिस की टीम ने अंतरराज्यीय नशीली दवाओं के गिरोह के सरगना पंकज गुप्ता के तेज नगर स्थित आवास पर छापा मारा था। जहां से बड़ी मात्रा में नशे में इस्तेमाल होने वाली दवाएं और गर्भपात किट जब्त की गई। मौके पर मिले पंकज के बेटे अमन को हिरासत में ले लिया गया। उससे पूछताछ के बाद कॉलोनी में ही रहने वाले पंकज के भाई सूर्यकांत घर पर छापा मारा गया। यहां से भी बड़ी मात्रा में नशीली दवाएं और गर्भपात किट बरामद हुई।

20 दवाओं के सैंपल भी लिए

दोनों से पूछताछ के बाद लोहिया नगर निवासी किशन अग्रवाल के घर पर छापा मारा गया। यहां आटे की चक्की की आड़ में संचालित किए जा रहे गोदाम से दाल की बोरियों में भरीं नशीली दवाएं जब्त की गईं। गोदाम में पार्टनर किशन अग्रवाल की पत्नी आशा भाजपा महिला मोर्चा की कार्यकारिणी सदस्य हैं। पूछताछ के बाद गिरोह में शामिल 17 आरोपियों पर टीम ने मुकदमा दर्ज किया है। इनमें से अमन गुप्ता, सूर्यकांत गुप्ता और किशन अग्रवाल को गिरफ्तार किया गया है। इस दौरान 68 बोरे में दवाएं जब्त की गई हैं, 20 दवाओं के सैंपल लिए गए हैं।

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इन धाराओं में दर्ज हुआ मुकदमा

थाना कमला नगर में धारा 419, 420, 467, 468,471,120 बी, 273 व एनडीपीसी एक्ट की धारा 8/ 22 एनडीपीएस एक्ट में मुकदमा दर्ज हुआ है। इसमें आजीवन सजा का प्रावधान है।

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सरगना पंकज गुप्ता परिवार सहित चकमा देकर फरार

औषधि विभाग और पुलिस की टीम पंकज गुप्ता के घर छापा मारने पहुंची थी। वह अपनी पत्नी रिता गुप्ता, बेटी आकांक्षा गुप्ता और श्रुति गुप्ता को लेकर फरार हो गया। टीम को दरवाजा खुला मिला, लेकिन वहां कोई मौजूद नहीं था।

कानपुर के सरदार हरप्रित सिंह गैंग को सप्लाई करता है दवाएं

पूछताछ में अमन गुप्ता ने बताया कि लाल बंगला कानपुर निवासी सरदार हरप्रित सिंह गैंग को नशीली दवाएं उपलब्ध कराता है। वह आसपास के जिलों और देहात से दवाएं एकत्रित करता है। इन दवाओं को हाकर के द्वारा कार और रोडवेज बस से आगरा पहुंचाया जाता है।

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अभी तक की सबसे बड़ी कार्रवाई

खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अनुज्ञापन प्राधिकारी, लखनऊ अजय कुमार जैन को मिली गोपनीय सूचना के आधार पर स्थानीय पुलिस और औषधि विभाग की टीम ने कार्रवाई की। यह नशीली दवाओं का अवैध कारोबार करने वाले गिरोह के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है।

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टीम को 25 हजार का ईनाम

एसएसपी ने कार्रवाई में शामिल कमला नगर के थाना प्रभारी नरेंद्र कुमार, उपनिरीक्षक जितेंद्र सिंह, योगेंद्र सिंह, सिपाही राजीव पाराशर, ओम प्रकाश और औषधि निरीक्षक नरेश मोहन दीपक, राजकुमार शर्मा को 25 हजार का ईनाम देने की घोषणा की है।