- कूड़ा बीनने और होटल में काम करने वालों को भाड़े पर लेते थे

- थाना न्यू आगरा पुलिस ने पकड़ा गैंग, चार को भेजा जेल

आगरा। गरीबों को महंगे शौक का ख्वाब दिखाकर भाड़े पर लेते थे। वारदात के बाद उन्हें ब्रांडेड कपड़े, शूज, रेस्टोरेंट में खाना खिलाते थे और चलता कर देते थे। लूटे गए माल को अपने कब्जे में ले लेते थे। थाना न्यू आगरा पुलिस ने एक ऐसे ही गैंग का राजफाश किया है, जिसके सदस्य खुद न वारदात कर कूड़ा बीनने वालों से वारदात कराते थे। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर सभी को जेल भेज दिया है।

मोबाइल चोर से मिला सुराग

कमला नगर स्थित ट्रॉमा सेंटर से लोगों ने एक मोबाइल चोर पकड़ा। पूछताछ में पूरे गैंग का पर्दाफाश हो गया। पुलिस ने शनिवार को पकड़े युवक का नाम अबरार उर्फ अनवार निवासी रामगढ़ फीरोजाबाद बताया। वह दिव्यांग है। पुलिस पूछताछ में पता लगा कि गैंग वाहन चोरी, मोबाइल, चेन स्नैचिंग, चोरी आदि वारदातों को अंजाम देते हैं।

लाला है गैंग का सरगना

पूछताछ के बाद हाथ आए शातिरों के नाम लाला उर्फ शहंशाह पुत्र सलीम कुरैशी निवासी करबला, सोनू उर्फ सलमान पुत्र मोहम्मद हनीफ निवासी प्रकाश नगर एत्माद्उद्दौला, 16 वर्षीय किशोर निवासी मथुरा हाल निवासी अब्बूलाला दरगाह स्थित झुग्गी झोपड़ी, वकील पुत्र शरीफ निवासी रामगढ़ फीरोजाबाद बताए। लाला गैंग का सरगना है। यह गैंग लूट करने के लिए ऐसे लोगों को पकड़ता था, जो कूड़ा बीनते थे या होटलों में बर्तन धोने आदि का काम करते हैं। लूट के बाद यह गैंग लूट करने वालों को ब्रांडेड कपड़े, शू दिलाते थे। अच्छे होटल में खाना खिलाते थे।

दर्जनों वारदातों का हुआ खुलासा

एएसपी अनुराग वत्स ने बताया कि लुटेरों में से किसी ने 20 से 25 तो किसी ने 10 वारदातों का इकबाल किया है। लाला, सोनू व सोहिल पूर्व में जेल जा चुके हैं। पुलिस ने बताया कि शातिर वाहन चोरी करने के बाद सीधे नहीं बेचते थे, बल्कि उसे कटवा देते हैं। 16 वर्षीय किशोर वाहन लेकर जाता था। दिव्यांग उसके साथ बैठ जाता था। कम उम्र को देख पुलिस रोकती नहीं थी। साथ ही दिव्यांग को देख सहानुभूति भी हो जाती है।