- सबसे बड़े महोत्सव की सुरक्षा में एक भी सिपाही तैनात नहीं

- आतंकी हमले की आशंका के बाद भी जायजा लेना जरूरी नहीं समझा

आगरा। उत्तर भारत के सबसे बड़े महोत्सव (जनकपुरी आयोजन) पर आतंकियों की नजर है। काश ये भ्रम फैलाने वाली ही सूचना हो, पर पुलिस कुछ ऐसा ही मानकर सोती नजर आ रही है। ऐसे में राम के भरोसे ही जनकपुरी की सुरक्षा है।

चौकी पर ही नहीं मिले कर्मी

शहर में एक आतंकी पत्र मिलने से हड़कंप मच गया है। इसमें जनकपुरी महोत्सव को भी निशाना बनाने की धमकी दी गई है। इसे देखते हुए हमारे संवाददाता ने जनकपुरी मौके स्थल का जायजा लिया, तो पुलिस सुरक्षा की पोल खुल गई। जनकपुरी स्थल के प्रवेश द्वार से पहले शनि मंदिर है। यहां पर एक पुलिस चौकी भी है। आतंकी सूचना के बाद भी यहां पर एक कर्मी भी तैनात नहीं दिखा। खाली कुर्सियां पुलिस की सजगता पर सवाल खड़ा कर रही थीं।

पार्क में चूक ही चूक

पार्क के अंदर अभी कहीं पर भी कोई साजिश रची जा सकती है। जगह-जगह गढ्डे खुदे हुए हैं। जनकपुरी निर्माण के आसपास सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हैं। गुरुवार को धमकी मिलने के बाद भी पुलिस अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे। यहां असामाजिक तत्वों का जगह-जगह जमावड़ा लगा रहता है। पुलिस की लापरवाही में ये आसान टारगेट हो सकता है।

आज होगा सुरक्षा का रिहर्सल

इस मामले में मीडिया प्रभारी ने बताया कि जनकपुरी आयोजन स्थल पर अभी तक कोई सुरक्षा के इंतजाम नहीं किए गए हैं। गुरुवार को सुरक्षा जांचने कोई पुलिस कर्मी तक नहीं पहुंचा है। जबकि इस मामले में समिति की कार्यकारी अध्यक्ष कुंदनिका शर्मा ने कहा कि शुक्रवार को सुरक्षा के लिहाज से रिहर्सल की जाएगी।