आगरा(ब्यूरो )। पैंट का रंग कैसा होगा यह तय होने के बाद मुख्यालय से बजट जारी होगा। चौकीदार धोती की जगह बहुत दिन से पैंट शर्ट की मांग कर रहे थे।

पुलिस के आंख-कान हैं गांव के चौकीदार
कहा जाता है कि गांव में चौकीदार पुलिस के आंख-कान होते हैं। पुरानी व्यवस्था के अनुसार धोती-कुर्ता पहनने के साथ ही सिर पर लाल पगड़ी बांधते हैं। सरकार की ओर से साल में एक बार इन्हें वर्दी दी जाती है। लंबे समय से चौकीदार धोती की जगह पैंट देने की मांग कर रहे थे। पुलिस मुख्यालय के अधिकारियों ने सभी जिले के कप्तान को पत्र लिखकर चौकीदारों संग थाने में बैठक कर उनकी राय जानने को कहा था। बैठक में सभी चौकीदारों ने एक स्वर में धोती की जगह पैंट पहनने पर सहमति जताई है। इस पर आलाधिकारियों ने संज्ञान लेने के बाद इस पर अपनी सहमति व्यक्त की।

गांव में हर गतिविधि पर नजर
गांव में सुरक्षा के लिए पुलिस की पहली कड़ी चौकीदार होती है। उनकी पहचान साफा और बेल्ट है, जो अंग्रेजों के समय में थी, आजादी के बाद चौकीदार धोती में नजर आने लगे, लेकिन एक बार फिर से इन्हें बेल्ट साफा के साथ पेंट प्रदार की गई है। जिससे वे फिट रह सकें। चौकीदार गांव में होने वाली हर गतिविधि पर भी नजर रखने का काम चौकीदार का होता है। जिसकी जानकारी वो थाना प्रभारी को देता है कि गांव में क्या चल रहा है। ग्राम समाज में भी चौकीदार का अहम स्थान है, जो पंचायत की खबर थाने तक पहुंचाता है। जिससे क्राइम को रोका जा सके, इसके साथ ही थानों में अन्य कार्य के लिए भी सहयोग रहता है।

कमिश्नर ने दी साइकिल, बेल्ट और टॉर्च
पुलिस लाइन में बुलाए गए थाने के चौकीदारों को पुलिस कमिश्नर डॉ। प्रीतिंदर सिंह ने उन्हें निष्ठा व लगन से अपने कर्तव्यों का निर्वहन एंव उत्कृष्ट कार्य करने वाले गांव के चौकीदारों को मॉटीवेट किया, उनको साइकिल, बेल्ट, टॉर्च और ड्रैस प्रदान की। अगारा कमिश्नरेट में 1200 से अधिक चौकीदार हैं। सभी को आने जाने के लिए साइकिल प्रदान की गई है। इसके साथ्ी ही उनको कर्तव्य के बारे में भी जानकारी दी गई है।

आगरा कमिश्नरेट में थानों की संख्या
47

शहर में थानों की संख्या
17

आगरा कमिश्नरेट में पुलिस फोर्स
5500

आगरा कमिश्नरेट में चौकीदार
1200


गांव में सुरक्षा के लिए पुलिस की पहली कड़ी चौकीदार होती है। वे इलाके में होने वाली हर गतिविधि पर भी नजर रखने का काम चौकीदार का होता है। क्राइम को पूरी तरह कंट्रोल करने के लिए उनका उत्साह वर्धन किया गया है, सभी को साइकिल, टॉर्च प्रदान की गई है।
डॉ। प्रीतिंदर सिंह, पुलिस कमिश्नर