किडनैपिंग और मर्डर में हुई सजा
मुज्जफर नगर के कांधला निवासी प्रवीन पुत्र कालूराम पर 2002 में किडनैपिंग का मुकदमा हरीपर्वत में दर्ज हुआ। जिसमें 19 फरवरी 2008 प्रवीन को आजीवन कारावास की सजा हुई। पांच साल से वह सेंट्रल जेल में बंद था। 26 अगस्त को मॉर्निंग साढ़े छह बजे गले और पेट में इन्फैक्शन की कंप्लेन पर एसएन में दिखाया। डॉक्टर ने उसकी पोजीशन को देखते हुए एडमिट कर लिया। उसकी देखरेख में सेंट्रल जेल का ही बंदी रक्षक रोहित को लगाया.
जाली तोड़कर भागा
मंडे मॉर्निंग प्रवीन वॉशरूम जाने के लिए रोहित के साथ गया। रोहित बाहर खड़ा था। लेकिन प्रवीन वॉशरूम की टूटी जाली को और तोड़कर फरार हो गया। रोहित ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। लेकिन सेंट्रल जेल के जेलर वीआर वर्मा ने थाना एमएम गेट में बंदी रक्षक के खिलाफ 223,224 के तहत मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस उसे हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.
पास्ट हिस्ट्री
1. पिछले साल भी डिस्ट्रिक हॉस्पिटल से इलाज के लिए आया कैदी मॉर्निग में वॉशरूम की टूटी जाली का फायदा उठाकर भाग गया था। तबसे आजतक पुलिस ने कैदियों की सिक्योरिटी के लिए ठोस कदम नहीं उठाए हैं।
2. दीवानी से भी 15 दिन पहले पेशी पर आये दो कैदी भाग गए.
3. न्यू आगरा की अमर विहार चौकी से पांच वाहन चोरी के आरोपी हवालात से भाग गए थे.