-जाम से निजात पाने के लिये ऑटो रिक्शा और मयूरी को किया गया था बैन

-वर्तमान में मयूरी और ऑटो व लोडिंग वाहन भी हो रहे चल रहे

आगरा। महात्मा गांधी मार्ग को शहर की लाइफलाइन कहा जाता है। शहर में यातायात व्यवस्था को बेहतर करने और एमजी रोड पर जाम से लोगों को निजात दिलाने के लिए सवारी ऑटो, लोडिंग ऑटो और इलेक्ट्रॉनिक मयूरी वाहन पर प्रतिबंध लगाया हुआ है, लेकिन वर्तमान में यातायात पुलिस की अनदेखी से सवारी ऑटो और इलेक्ट्रॉनिक मयूरी वाहन बेखौफ शहर की सड़कों पर दौड़ते देखे जा सकते हैं।

ट्रैफिक पुलिस नहीं करती रोक-टोक

एमजी रोड को जाम से मुक्त करने के लिए सवारी ऑटो और मयूरी वाहन, टैक्सी वाहनों पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया गया था। लेकिन वर्तमान में एमजी रोड पर भगवान टॉकीज चौराहा से प्रतापपुरा चौराहे तक ऑटो और मयूरी वाहन बिना किसी रोक टोक के संचालित हो रहे हैं। शुक्रवार को एमजी रोड पर ऑटो और मयूरी वाहन दौड़ते नजर आए, वहीं ट्रैफिक पुलिस मूकदर्शक बनी यह देख रही थी, उनके द्वारा किसी भी वाहन चालक पर कार्रवाई नहीं की गई।

अब फिर से पैदा होने लगे जाम के हालात

लॉकडाउन के बाद एक बार फिर से एमजी रोड पर जाम के हालात पैदा हो रहे हैं। ऐसे में अव्यवस्थित वाहनों के चलते जाम के हालात पैदा हो रहे हैं। इधर बेतरतीब चल रहे ऑटो और टैक्सी वाहनों के चलते एमजी रोड पर अक्सर जाम के हालात बन जाते हैं। शहर के मुख्य चौराहा हरीपर्वत, राजामंडी, सेंट जोंस, लिंक रोड दिल्ली गेट, घटिया पर जाम के हालात पैदा हो जाते हैं। यहां पर ट्रैफिक पुलिस और थाना पुलिस के जवान व्यवस्था संभालते अक्सर देखे जा सकते हैं।

पुलिस की मिलीभगत

तत्कालीन जिलाधिकारी जुहैर बिन सगीर द्वारा शहर में लोगों को जाम से निजात दिलाने के लिए इन वाहनों को एमजी रोड पर बैन किया गया था, जिसके चलते जिला मुख्यालय पर चालकों द्वारा कई दिन तक विरोध प्रदर्शन भी किया गया। लेकिन, इसके बाद भी ऑटो और मयूरी वाहन को पूरी तरह बैन कर दिया गया। वहीं चालकों की मांग पर उनको राहत देते हुए लिंक रोड पर दौड़ने की अनुमति दी गई, जिससे एमजी रोड को जाम को पूरी तरह मुक्त रखा जा सके। प्रतिबंधित वाहनों के संचालन पर पुलिस की लचर कार्यशैली सामने आई है। सूत्रों का कहना है कि पुलिस को सुविधा शुल्क देने के बाद ही वाहनों का संचालन हो रहा है।

लॉकडाउन में मिली थी अनुमति

शहर में लॉकडाउन के समय सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ था, जिसके चलते अनुमति मिलने के बाद प्रतिबंधित वाहनों को भी एमजी रोड पर आने जाने की परमिशन दी गई थी। लेकिन, वर्तमान में पूरी तरह से लोगों को राहत दी गई है, जिससे अभी भी ये वाहन एमजी रोड पर चल रहे हैं। अब इससे जाम के हालात पैदा हो रहे हैं। कई बार एंबुलेंस भी जाम में फंसी नजर आती है। पुलिस प्रशासन द्वारा सख्ती से प्रतिबंधित वाहनों को बैन नहीं किया गया तो से किसी की जान भी जा सकती है।

एमजी रोड पर प्रतिबंधित वाहनों को रोकने की जिम्मेदारी ट्रैफिक पुलिस की है। यह ट्रैफिक पुलिस द्वारा सुनिश्चित किया जाएगा कि कौन से वाहन दौड़ने चाहिए, कौन से नहीं। आरटीओ ऑफिस में कोई जिम्मेदारी नहीं है।

प्रीति पांडेय, एआरटीओ

प्रतिबंधित वाहनों पर कार्रवाई की जाती है। इमरजेंसी के चलते उन्हें अनुमति दी जाती है, लेकिन पूर्व में तय किए गए प्रतिबंध वाहनों पर आज भी पूरी तरह से बैन है। इसका सख्ती से पालन किया जा रहा है। ऐसे वाहन चालकों के चालान भी काटे जाते हैं।

आनंद ओझा, ट्रैफिक इंस्पेक्टर