यमुना ने लोड फ्लड लेवल किया पार
आगरा में यमुना के किनारे पर ताजमहल, एत्माद्दौला, मेहताब बाग, चीनी का रोजा, रामबाग समेत कई स्मारक बने हुए हैं। रविवार सुबह यमुना का जल स्तर लो फ्लड लेवल 495 फुट से ऊपर पहुंचा तो स्मारक भी प्रभावित हुए बगैर नहीं रहे। ताजमहल के पाश्र्व में यमुना किनारे बनाए गए उद्यान में पानी भर गया। यहां एएसआइ ने पूर्व में ङ्क्षप्लथ प्रोटेक्शन का काम किया था। यमुना का पानी यहां तक पहुंच गया है। यहां से ताजमहल का बेसमेंट सात से आठ फुट ऊंचा है। ङ्क्षसचाई विभाग का पूर्वानुमान है कि अभी पानी और बढ़ेगा और यह 499-500 फीट तक पहुंच सकता है। स्मारक के तहखाना में पानी पहुंचने की आशंका कम है। एत्माद्दौला की यमुना किनारे बनी कोठरियों में रविवार को एक से डेढ़ फुट तक पानी भर गया। यमुना किनारे की तरफ खुलने वाली स्मारक सीढिय़ों में भी पानी पहुंच गया है। यहां यमुना रामबाग, चीनी का रोजा, काला गुंबद, जोहरा बाग एत्माद्दौला, मेहताब बाग की दीवार से सटकर बह रही है। दशहरा घाट की सभी सीढिय़ां पानी में डूब गईं हैं।

1924 में एत्माद्दौला के उद्यान में भरा था पानी
अक्टूबर, 1924 में आई बाढ़ के समय एत्माद्दौला की यमुना किनारा की तरफ बनीं कोठरियां पानी में पूरी तरह डूब गई थीं। स्मारक के उद्यान में भी पानी भर गया था। उस समय आई बाढ़ का स्तर यहां यमुना किनारा की तरफ बनी बारादरी में दाईं तरफ के पत्थर पर अंकित है। तब यहां कोठरियों में सिल्ट भर गई थी। बाढ़ उतरने के बाद कोठरियों के दरवाजे ईंटों की चिनाई कर बंद करा दिए गए थे। इन्हें छह-सात वर्ष पूर्व खोला गया था, तब कोठरियों में सिल्ट भरी मिली थी।

45 वर्ष पूर्व ताजमहल के बेसमेंट में पहुंचा था पानी
45 वर्ष पूर्व 1978 में आई बाढ़ के समय ताजमहल के तहखाने में पानी पहुंच गया था। तब यमुना का जल स्तर हाई फ्लड लेवल 508 फीट तक पहुंच गया था। बसई घाट की तरफ ताजमहल की स्थित बुर्जी की दीवार पर यह स्तर लिखा हुआ है।
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पुराने कर्मचारियों ने 1978 की बाढ़ के बाद यमुना द्वारा कभी ताजमहल को नहीं छूने की जानकारी दी है। इस बार यमुना ताजमहल की दीवार तक पहुंच गई है। रामबाग, एत्माद्दौला, काला गुंबद, जौहरा बाग, एत्माद्दौला, मेहताब बाग से सटकर बह रह रही है। विभागीय कर्मचारियों द्वारा यमुना के जल स्तर की निरंतर निगरानी की जा रही है।
-राजकुमार पटेल, अधीक्षण पुरातत्वविद्