शमसाबाद में शॉपिंग कॉम्पलैक्स की छह दुकानों को बनाया गया निशाना

फर्नीचर और प्लाईबोर्ड का सामान खाक होने से 20 लाख का है नुकसान

Agra। शमसाबाद में सांप्रदायिक हिंसा की आग सुलगना अभी बंद नहीं हुई है। अघोषित कफ्र्यू के हालातों के बीच तनाव बरकरार है। रविवार को शरारती तत्वों ने छह दुकानों में आग लगा दी। खास बात ये है कि घटनास्थल शमसाबाद थाने से महज चंद कदम की दूरी पर है। स्थितियां और न बिगड़े इसके लिए घटना के तत्काल बाद एसएसपी समेत डीएम भी कस्बे में डेरा डाले रहे। शरारती तत्वों की तलाश चल रही है। दुकानदार को 20 लाख का नुकसान हुआ है। इससे पहले शनिवार रात एक खोखे में आग लगाने के साथ समुदाय विशेष का धार्मिक स्थल भी तोड़ा है।

रात में तोड़ा धार्मिक स्थल

शनिवार रात में राजा खेड़ा रोड पर मोहल्ला टोला निवासी नवाबउददीन का लकड़ी का खोखा जला दिया था। इस घटना के कुछ देर बाद ही गांव नवादा से धार्मिक स्थल पर तोड़फोड़ करने की खबर पुलिस को मिली। बताते हैं कि धार्मिक स्थल पर शरारती तत्वों ने जमकर तोड़फोड़ की है और उसके बाद अंधेरे का फायदा उठाते हुए फरार हो गए। पुलिस और प्रशासनिक अफसर जब तक घटनास्थल पर पहुंचे उन्हें कुछ भी हाथ नहीं लगा। हालांकि शरारती तत्वों की पहचान के लिए उन्होंने क्षेत्र में दबिश और तलाश की, लेकिन नतीजा सिफर रहा।

कॉम्पलैक्स को बनाया निशाना

रविवार सुबह भी हालात तनाव में दिखे। कस्बा का मुख्य बाजार और छोटे बाजार भी बंद रहे। लोग घरों में कैद रहे। स्कूल-कॉलेजों में भी ताले लटके रहे। लोगों के चेहरे पर खौफ नजर आया। इधर, दोपहर थाना शमसाबाद से करीब 50 मीटर की दूरी पर स्थित ऋषि कॉम्प्लैक्स को शरारती तत्वों ने निशाना बनाया। यहां बेसमेंट और फ‌र्स्ट फ्लोर में 40-40 दुकानें तथा सेकंड फ्लोर पर 15 फ्लैट हैं। फ्लैट में तीन परिवार भी रहते हैं। अन्य तीन फ्लैट में नौकरीपेशा युवक रहते हैं।

दुकानों में लगाई आग

कॉम्पलैक्स के प्रथम तल पर हाजी मोहम्मद फहीम खान और उनके भाई की करीब 12 दुकाने हैं। सुबह साढ़े ग्यारह बजे उन्होने बेटे तारिफ को दुकान खोलने के लिए भेजा, लेकिन यहां कोई दुकान नहीं खुली। यह देखकर तारिफ घर लौट गया। 12 बजे मार्केट से सूचना आई कि दुकानों में आग लग गई है। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि चार युवकों ने इस घटना को अंजाम दिया है। जली हुई बोतल फेंक कर दुकानों को फूंका गया है, हालांकि पुलिस इस बिंदु के पड़ताल में जुटी है, लेकिन शॉर्ट सर्किट से आग लगने की भी जांच की जा रही है।

छह दुकानों को आग ने घेरा

वहीं, आग की सूचना पर दुकान स्वामी पहुंच गए। दुकानों में आग धधक रही थी। प्लाईबोर्ड और फर्नीचर का सामान होने के कारण आग ने विकराल रूप ले लिया। शटर खोलते ही आग की लपटें और तेज हो गई। कॉम्पलैक्स में बने फ्लैटों में रह रहे परिवार के सदस्यों को जब आग की खबर का पता चला तो अफरातफरी मच गई। महेश भैयाजी, गौतम और बबलू गुप्ता के फ्लैट में धुआं भर गया।

एक फैमिली घिरी

कमरों में धुआं भरने से गौतम की पत्‍‌नी प्रीती और बेटी गुनगुन, बेटा कृष्णा और महेश की पत्‍‌नी रेखा, बच्चे रानी, रितिक, सुहाना और भानू और बबलू अपनी पत्‍‌नी नीलम के साथ घिर गए। उनका दम घुटने लगा। वह दूसरे झीनों से नीचे उतर आए। महेश ने अपना सिलेंडर बाहर निकाल दिया। ताकि गैस आग न पकड़ ले। उसका कहना था कि सिलेंडर में आग लगने की आशंका थी। इस परिवार की दुकानें भी मार्केट में हैं। हालांकि ये दुकानें आग की चपेट में नहीं आई।

पुलिस में मचा हड़कंप

दमकल कर्मी भी काफी देर तक आग बुझाने का प्रयास करते रहे। आग बुझी तो दुकान स्वामी का अधिकांश सामान खाक हो चुका था। दुकान स्वामी के अनुसार उसे करीब 20 लाख रूपये का नुकसान हुआ है। इधर, थाने के करीब छह दुकानों में आग की खबर पर पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। मौके पर एसएसपी राजेश डी। मोदक और डीएम पंकज कुमार भी पहुंच गए। उन्होंने घटना के बारे में आसपास के लोगों से पूछताछ भी की। मौके पर फोरेंसिक वैन भी पहुंच गई। फोरेंसिंक टीम के सदस्यों ने आसपास जांच भी की।

आग लगी या लगाई गई?

चूंकि मार्केट के दूसरे गेट के अंदर सामने वाली दुकान में लगे फ्लैक्स में एक होल हो रहा था जो जला हुआ था। उसे देखकर प्रतीत हो रहा था कि कोई ज्वलनशील पदार्थ वहां फेंका गया हो, लेकिन शॉर्ट सर्किट से आग लगने के बिंदु को भी नकारा नहीं जा रहा। शुरु में पुलिस ने शॉर्ट सर्किट होने की बात कही थी, लेकिन साढ़े 11 बजे ट्रांसफॉर्मर गर्म होने के चलते लाइट काट दी गई थी और आग 12 बजे लगी है। टाउन फीडर से 50 गांव जुड़े हैं। उस दौरान फीडर बंद कर दिया था, लेकिन प्रत्यक्षदर्शी कुछ युवकों के होने की बात बोल रहे हैं।