Top Three  में बनाई जगह

दिल्ली में 18 से 26 फरवरी तक इंडियन टीम के लिए ट्रायल हुआ था। इसमें एनआरएआई (नेशनल रायफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया) ने पार्टिसिपेट करने वाले शूटर्स को दो राउंड के ट्रायल के बाद सिलेक्ट किया था। इसमें सर्विसेस की ओर से खेलने वाले सिटी के शूटर हरिओम टॉप थ्री में अपनी जगह बनाने में कामयाब रहे। इसकी बदौलत उन्हें कोरिया में होने वाली सीनियर्स की वल्र्ड चैंपियनशिप में पार्टिसिपेट करने का मौका मिला है। इससे पहले भी हरिओम छह बार विदेशों में जाकर इंटरनेशनल कॉम्पटीशंस में पार्टिसिपेट कर चुका है, जो कि सिटी ही क्या पूरे स्टेट की हिस्ट्री में किसी शूटर ने नहीं कर पाया। सिटी का हरिओम तमाम शूटर्स के लिए आइडियल बन गया है।

 2004 से शुरू किया था सफर

शूटर हरिओम ने बताया कि 2003 में उसने आर्मी ज्वाइन कर ली थी। उसके बाद 2004 से शूटिंग की शुरुआत की थी। अपने नौ साल के कॅरियर में वे अब तक छह बार विदेशों में जाकर वल्र्ड चैंपियनशिप में पार्टिसिपेट कर चुके हैं। इसके अलावा नेशनल लेबल की कॉम्पटीशंस में वे 20 से ज्यादा मेडल जीत चुके हैं।  

Prone 3 Shooter

सर्विसेज की ओर से खेलने वाले हरिओम 50 मीटर रायफल के थ्री पी और प्रोन इवेंट में खेलते है। प्रोन में उनकी पकड़ ज्यादा मजबूत है इसके चलते ज्यादातर कॉम्पटीशंस में प्रोन इवेंट में पार्टिसिपेट करते हैं। ओलंपिक के  लिए कोटा भी इसी इवेंट में लिया था।  

Olympic का लिया था Quota

 शूटर हरिओम को 2012 के ओलंपिक का कोटा मिला था। इसके लिए उन्होंने दोहा वल्र्ड कप में पार्टिसिपेट किया था। इसमें हरिओम ने 600 में 598 प्वॉइंट्स हासिल कर खुद को नॉमिनेट कराया था। इस दौरान इंटरनेशनल शूटर गगन नारंग के साथ ओलंपिक का कोटा लेने वाले इंडिया के दूसरे शूटर बनने का गौरव प्राप्त किया था, लेकिन उनका बैडलक था कि वे ओलंपिक में नहीं जा पाए थे।

International Competition का सफर

किरावली तहसील के गांव लोहाकला के रहने वाले शूटर हरिओम ने कॅरियर की शुरुआत के अगले साले से ही इंटरनेशनल कॉम्पटीशंस का सफर शुरू कर दिया था। उन्होंने सबसे पहला इंटरनेशनल कॉम्पटीशन 2005 में जर्मनी के सूल में जूनियर केटेगरी में खेला था। इसमें उनकी 10वीं पोजीशन आई थी। इसी साल उन्होंने चेक रिपब्लिक में भी कॉम्पटीशन खेला था। नेक्स्ट ईयर 2006 दूसरी बार जर्मनी के सूल में खेलने गए थे। यहां अपनी पोजीशन में सुधार करते हुए नौ वीं रैंक हासिल की थी। इसी मास्टर मीट कॉम्पटीशन के लिए चेक रिपब्लिक गए। इसके बाद 2010 में बांग्लादेश के ढ़ाका में हुए सैफ गेम्स में सिल्वर मेडल जीतकर एशियार्ड गेम्स के लिए जगह बनाई। 2010 में हुए एशियन गेम्स में पहली बार पार्टिसिपेट करते हुए फिफ्थ पोजीशन हासिल की। अब ट्रायल टॉप थ्री आने वाले शूटर हरिओम अप्रैल में कोरिया के चंगवॉग में वल्र्ड चैपियनशिप खेलेंगे। यह कॉम्पटीशन दो से 10 अप्रैल तक चलेगा।

By-Neeraj Sharma