- केंद्रीय परिवहन विभाग की पहल योजना

- थानों में लावारिस वाहनों को किया जाए डिस्पोज

आगरा। थानों पर सालों से सड़ रहे वाहनों को कंडम घोषित करने के लिए नियमों में जल्दी ही नरमी लाने के प्रस्ताव पर मुहर लग सकती है। ये प्रयास केंद्रीय परिवहन स्तर पर जारी है। इस पर सहमति बनी, तो बहुत जल्दी ही सड़कों के किनारे मिले वाहन व थानों में सालों से सड़ रहे वाहनों को कंडम घोषित कर दिया जाएगा। इन्हें डिस्पोज भी किया जाएगा।

निमयों की फांस

सभी थानों में कई सालों से वाहन सड़ रहे हैं। इनमें जंग लग चुकी है। वाहन पूरी तरह से कंडम हो चुके हैं। नियमों की पेचीदगी के कारण इन्हें डिस्पोज नहीं किया जा सकता है। इनके मामले कागजों पर चल रहे हैं और ये जगह घेरे हुए हैं। इसे देखते हुए केंद्र सरकार के परिवहन विभाग ने पहल की है। जिसके अनुसार सड़क के किनारे व थानों पर खड़े वाहनों को लावारिस मानते ही उन्हें कंडम घोषित कर दिया जाएगा। इस योजना पर नियमों की फांस है। इसका भी साल्यूशन निकालने पर विचार चल रहा है। इसे लेकर मंगलवार को केंद्रीय परिवहन ने सभी राज्यों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की। ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि राज्यों से सहमति बन जाएगी। ऐसा हुआ तो बहुत जल्द थानों में कंडम वाहनों का ढेर खत्म होगा।

जिले में 532 वाहन कंडम

परिवहन विभाग के आंकड़ों के अनुसार शहर में कुल लावारिस वाहनों की संख्या 532 है। जिसमें 220 वाहनों का मूल्य निकाला जा चुका है। इसमें मात्र 86 की ही नीलामी हो सकी है। बाकी 313 लावारिस वाहन जगह घेरे हुए हैं। इसके साथ ही प्रवर्तन विभाग ने अपनी कार्रवाई में 89 वाहनों की जब्ती बनाई। ये भी कंडम घोषित हो चुके हैं। वहीं केस प्रापर्टी में 1338 वाहन दर्ज हैं।