आगरा। थाना जगदीशपुरा के अवधपुरी चौकी इंचार्ज सुधीर कुमार को विजीलेंस टीम ने रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया। दरोगा के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत किया जा रहा है। मिढ़ाकुर निवासी राजवीर ने बताया कि उसका एक मकान वायु विहार में है। पांच महीने पूर्व दरोगा ने उसके चौकीदार को पीट दिया था। उस दौरान राजवीर ने दरोगा से पूछताछ कर ली। बाद में मामला निपट गया।

विवाद पर बदले की भावना

राजवीर ने बताया कि इसी के बाद से दरोगा रंजिश मानने लगा। उसने किसी महिला से उस पर आरोप लगवा दिया। महिला ने एसएसपी से शिकायत की थी इसकी जांच दरोगा के ही पास ही थी। दरोगा ने पहले तीन लाख रुपये की मांग की लेकिन इतना रुपया दे पाने में वह असमर्थ था लेकिन बाद में वह सत्तर हजार में मान गया।

ग्रामीणों के भेष में आई विजीलेंस

दरोगा की इस हरकत की शिकायत राजवीर ने बिजीलेंस टीम से कर दी। राजवीर ने बताया कि इसके बाद विजीलेंस टीम के लोग उसके साथ ग्रामीणों की तरह जाते थे। मंगलवार की रात जब दरोगा को सत्तर हजार रुपये दिए तो विजीलेंस टीम मौजूद थी। टीम ने रुपये लेते हुए उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। टीम उसे साथ लेकर चली गई। दरोगा के खिलाफ मुकदमे की कार्रवाई चल रही है।

सिपाही के बाद बना दरोगा

बताया गया है कि आरोपी दरोगा सुधीर कुमार वर्ष 1998 की सिपाही भर्ती है। 2013 में वह विभागीय परीक्षा देकर दरोगा बना था। वह मूल रूप से मुजफ्फरनगर का रहने वाला बताया गया है। राजवीर के मुताबिक वह एक महीने से उसे परेशान कर रहा था। धमकी दे रहा था। रुपये देने के बाद भी उसका पारा चढ़ा रहा था रुपये लेने के बाद भी उसने धमकी दी कि रुपये देरी से दिए है इनसे कुछ नहीं होगा।

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