आगरा। सदर तहसील में निर्माण कार्य चल रहा है। गुरुवार को तहसील परिसर में स्थित मंदिर की दीवार ठेकेदार के इशारे पर मजदूरों ने तोड़ दी, जिसकी जानकारी होने पर तहसील के अधिवक्ता मौके पर पहुंच गए। यह खबर शहर में आग की तरह फैल गई। इसके बाद हिन्दूवादी संगठन और भाजपा के जिलाध्यक्ष मौके पर पहुंच गए। भीड़ को एकत्रित होते देख मौके से मजदूर भाग निकले, लेकिन ठेकेदार को मौके पर दबोच लिया। उसे पुलिस के हवाले कर दिया है।

ठेकेदार को किया पुलिस के हवाले

तहसीलबार के महासचिव लाल बहादुर राजपूत ने बताया कि उन्हें मंदिर की दीवार तोड़े जाने की जानकारी हुई तो वे अपने साथी अधिवक्ताओं के साथ मौके पर पहुंचे। उन्हें देखते हुए तीन मजदूर मौके से भाग खडे़ हुए, लेकिन ठेकेदार को दबोच लिया। उन्होंने बताया कि ठेकेदार को पुलिस को सौंप दिया गया। उन्होंने बताया कि ठेकेदार सहित अन्य लोगों के विरुद्ध तहरीर दी है। अधिवक्ता रवि चौबे ने कहा कि हिन्दुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाए जाने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने दीवार का निर्माण कराए जाने की मांग की है।

आस्था से जुड़ा हुआ है विषय

मौके पर पहुंचे भाजपा के जिलाध्यक्ष श्याम भदौरिया ने कहा कि वहां पर मंदिर काफी पुराना है। लोगों की भावनाओं से जुड़ा हुआ विषय है। मंदिर की दीवार तोड़े जाने के लिए तहसीलदार और ठेकेदार जिम्मेदार हैं। अल्पसंख्यकों को खुश करने के लिए इस प्रकार की गतिविधियां की जा रही हैं। मंदिर को उन्हीं के द्वारा तुड़वाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसके इस प्रकरण को अधिवक्ताओं ने बड़ी सूजबूझ के साथ निपटा दिया। अन्यथा की स्थिति में शहर की कानून व्यवस्था बिगाड़ने में तहसीलदार और ठेकेदार ने कोई कसर नहीं छोड़ी है। तहसील बार के महासचिव लाल बहादुर राजपूत व संजय ने संयुक्त रूप से बताया कि शुक्रवार से कलमबंद हड़ताल की जाएगी। दोषियों के विरुद्ध हर हाल में कार्रवाई होनी चाहिए।