पानी की सप्लाई रोकी

बल्देव की मांट ब्रांच से डाउन स्ट्रीम से आने वाले गंगाजल की सप्लाई को सिंचाई विभाग ने थर्सडे को रोक दिया, जिसके चलते शहर में पानी की किल्लत बढ़ गई है। इससे पहले यमुना में अप स्ट्रीम से 26 क्यूसेक पानी सप्लाई किया जा रहा था जिसे प्योरीफाई कराकर सिटी में सप्लाई किया जा रहा था।

सिंचाई विभाग ने झाड़ा पल्ला

यमुना में बढ़े पॉल्युशन के कारण सिटी में पानी की किल्लत पर सिंचाई विभाग ने पल्ला झाड़ लिया है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने यमुना को प्रदूषण करने में सबसे अधिक जिम्मेदार नगर निगम, जल संस्थान, पॉल्युशन डिपार्टमेंट के अलावा औद्योगिक इकाइयों को बताया। यमुना में बढ़ी गंदगी की रफ्तार ने जल संस्थान से अधिकारियों के हाथ पैर फुला दिए हैं। जल संस्थान द्वारा पानी की प्योरिटी को लगाए गए उपकरण शोपीस बन गए। जिसका खामियाजा सिटी के लोग भुगत रहे हैं।

गंदगी को नहीं रोक पाया निगम

सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यमुना को प्रदूषित करने में नगर निगम का हाथ है, सिटी के सीवर का रुख यमुना की ओर कर दिया है तो वहीं औद्योगिक इकाइयों से निकलने वाली जहरीला पानी भी यमुना में मिल रहा है जिसकी ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।

तादाद से ज्यादा यमुना में गंदगी

यमुना में पानी का बहाव न होने के कारण जो भी गंदगी यमुना में छोड़ी जाती है उसका प्रभाव सिटी में सप्लाई किए जाने वाले पानी पर पड़ता है। यही कारण है कि यमुना का पानी प्रदूषित हो गया जो पिया नहीं जा सकता है।

-दीपक कुलश्रेष्ठ, अधिशासी अभियंता जल संस्थान

गाजियाबाद में हिंडन नदी का गेट टूट जाने के बाद यमुना में प्रदूषण बढ़ गया है, जिसकी सूचना सिंचाई विभाग द्वारा नहीं दी गई। सिंचाई विभाग ने हिंडन नदी के गंदे पानी को यमुना में छोड़ दिया जिसकी वजह से ये समस्या बनी है।

-कुणाल कुलश्रेष्ठ, अधीक्षण अभियंता सिंचाई विभाग

यमुना नदी को प्रदूषित करने में जल संस्थान, पॉल्युशन विभाग जिम्मेदार हैं। यमुना में औद्योगिक इकाइयों के पानी व सीवर के पानी को छोड़ा जा रहा है। पॉल्युशन को कम करने के लिए भी वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है।