ग्रेटर नोएडा के बिसरख थाना क्षेत्र में यूसुफपुर के रहने वाले संतोष की बरात शनिवार रात दस बजे छह कारों से देवरिया के बरहम पुर बाजार के लिए निकली थी। संतोष मूलरूप से बिहार में पटना के गोस्वारी में प्रहलादपुर के रहने वाले हैं। एक कार में दूल्हे का छोटा भाई गौतम सहित आठ लोग सवार थे.बिसरख में ओल्ड हैवतपुर का रहने वाला वाला संजय गाड़ी चला रहा था और गौतम बराबर की सीट पर बैठा था.अन्य सभी पीछे बैठे थे.शनिवार रात दो बजे कार कुबेरपुर इंटरचेंज से इनरङ्क्षरग रोड की ओर मुड़ रही थी। तभी अचानक कार का टायर फट गया। इसके बाद कार अनियंत्रित हो गई। डिवाइडर से टकराने के बाद यमुना एक्सप्रेस वे पर कई पलटे खा गई। उसमें सवार लोग अंदर ही फंस गए। बारातियों की तीन गाडिय़ां आगे निकल चुकी थीं। दो गाडिय़ां पीछे आ रही थीं। बारात की कार की हालत देख दो गाडिय़ों में सवार बारातियों के होश उड़ गए। गाड़ी में फंसे बाराती दर्द से तड़प रहे थे। बारातियों ने उन्हें जैसे-तैसे बाहर निकाला.पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। संजय, गौतम के साथ ही गाजियाबाद की सिल्वर सिटी के रहने वाले सुदेश और शंकर विहार के रहने वाले चंदन की मौके पर ही मौत हो गई। पटना के गोस्वारी में कुर्मी चौक में रहने वाले दूल्हे के मामा प्रवीन, गाजियाबाद की शंकर विहार कालोनी में रहने वाले अजय उर्फ ङ्क्षचटू, कुलदीप यादव और ग्रेटर नोएडा के हैवत पुर में रहने वाले राहुल यादव को हास्पिटल में भर्ती कराया गया। यहां प्रवीन की रविवार सुबह मौत हो गई.कुलदीप और अजय को दिल्ली रेफर कर दिया गया। जबकि राहुल को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया.दूल्हे के भाई की मौत पर बारात आगे नहीं बढ़ी। आगरा में ही रुक गई। लड़की वालों को सूचना दी गई.पोस्टमार्टम हाउस पर रविवार दोपहर पहुंचे दूल्हे संतोष ने बताया कि शादी फिलहाल टाल दी गई। बिहार के रहने वाले हैं। पुलिस ने बताया कि सभी लोग मूलत: बिहार के निवासी हैं। लंबे समय से नोएडा और गाजियाबाद में रह रहे हैं। मजदूर वर्ग से हैं। मरने वालों में कोई एक्सपोर्ट फैक्ट्री में काम करता था तो कोई कढ़ाई का कारीगर है।

आगरा। एक्सप्रेसवे पर शनिवार देर रात गाड़ी पलटने के बाद कार में लगे एयर बैग्स भी उनकी जान नहीं बचा सके। हदसे के दौरान एयर बैग्स पूरी तरह खुल गए थे, लेकिन इसके बावजूद भी पांच लोगों की जान नहीं बच सकी। इस भीषण सडक़ हादसे ने शादी की खुशियां मातम में बदल दी हैं। घायलों को पुलिस ने एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया है। जहां तीन लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। पांचों शवों को पोस्टमार्टम गृह पहुंचा दिया गया। दूल्हा सहित परिवार के लोग रात में ही पहुंच गए थे।


पांच गाडियों से निकले थे खुशी-खुशी बराती
पोस्टमार्टम हाउस पर भाई, मामा, पड़ोसी और भाई के दो दोस्तों के शव देख दुल्हा संतोष फफक पड़ा। साथ आए लोगों ने उन्हें संभाला। हादसे के बाद संतोष ने ससुराल वालों को फोन कर शादी से मना कर दिया। आगे की तारीख के लिए अब दोनों परिवार बाद में बात करेंगे। संतोष ने बताया कि शादी के लिए शनिवार रात मंदिर में पूजा पाठ कर आधा दर्जन गाडिय़ों से 5 के करीब लोगों के साथ खुशी- खुशी निकले थे। अन्य रिश्तेदारों को सीधे देवरिया बुलाया था।

अचानक धमाके के साथ पलटी कार
रविवार आराम के बाद सोमवार को बरात जानी थी। भाई गौतम और उसके दोस्तों की गाड़ी आगे थी। इसी कार में राहुल भी सवार था। हादसे में घायल हो गया। राहुल ने बताया कि कार में आठ लोग थे। हंसते-बोलते सफर तय हो रहा था। अचानक धमाका हुआ और गाड़ी अनियंत्रित हो गई। कुछ समझ पाते तब तक डिवाइडर से टकरा कर कार पलट गई थी। गाड़ी में मौजूद अन्य साथी चीख भी नहीं पा रहे थे। पीछे से आ रही बरात में शामिल दूसरी गाड़ी के चालक ने कार रोकी। घायलों को निकालना शुरू किया। तब तक पुलिस भी आ गई।

कोलकाता से आया था गौतम
हादसे में मरने वाले दूल्हे के भाई गौतम कोलकाता में कङ्क्षटग मशीन चलाते थे। वो अपने भाई संतोष की शादी में शामिल होने के लिए सप्ताह भर पूर्व आए थे। कार्यक्रम की सभी व्यवस्थाएं गौतम ही संभाल रहे थे। संतोष ने बताया कि गौतम सबसे छोटे थे। उनके लिए रिश्ते देखे जा रहे थे पर, भगवान को कुछ और ही मंजूर था। मृतक चंदन दूल्हे के भाई गौतम का मित्र था। वो एक मोबाइल कंपनी में काम करते थे। परिवार में पिता - माता,पत्नी और दो ब'चे थे। मृतक सुदेश भी गौतम का दोस्त था। सुदेश ही ड्राइङ्क्षवग कर रहा था। स्वजन ने बताया कि हादसे में मृतक दूल्हे का 19 वर्षीय रिश्ते का मामा प्रवीण पढऩे में बहुत होशियार था। इसी वर्ष वो इंटर की परीक्षा में प्रथम श्रेणी में पास हुआ था। सिविल सेवा की तैयारी करना चाहता था।

पड़ोसी संजय की पत्नी घटना सुन हुई बेहोश
मृतक संजय शर्मा संतोष के पड़ोसी थे। संतोष एक कंपनी में इंब्रायड्री मास्टर थे। संजय का एक्सपोर्ट का काम था। दोनों की गहरी दोस्ती थी। इसीलिए वो तीन दिन काम की छुट्टी कर शादी में जा रहे थे। हादसे की सूचना मिलते ही उनकी पत्नी बेहोश हो गई। परिवार के लोगों ने उन्हें और दो बच्चों को संभाला।

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पांच बजे शुरू हुए पोस्टमार्टम
हर बार की तरह इस बार भी हादसे के बाद शव रात ही पोस्टमार्टम गृह पहुंचा दिए गए। परिजन रात ही पहुंच गए थे। सुबह से पोस्टमार्टम गृह पर भीड़ लगी हुई थी। पंचनामा पर अधिकारियों के दस्तखत के लिए परिजन को दो बजे तक इंतजार करना पड़ा। चिकित्सकों के न आने के कारण दो बजे विभिन्न घटनाओं के मृतकों के शवों के पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू हुई।


परिजन अंतिम दर्शन के लिए ले गए घर
एक्सप्रेसवे पर हादसे में मृतकों के शवों के पोस्टमार्टम शाम साढ़े पांच बजे के बाद शुरू हुए। दूल्हे के भाई भास्कर ने बताया कि मरने वाले परिवार के सदस्यों के साथ दोस्तों और पड़ोसी के भी शव थे। परिजन घरों पर उनके अंतिम दर्शन के लिए लगातार रोते हुए आने का समय पूछ रहे थे। कई बार कर्मचारियों से बात की गई पर कोई सुनवाई नहीं हुई। अब रात में शव मिलने के बाद पहुंचने में काफी समय निकल जाएगा। सभी का अंतिम संस्कार सोमवार को किया जाएगा।

इन लोगों की हुई मौत
एत्मादपुर सर्किल की एसीपी सुकन्या शर्मा ने बताया कि यमुना एक्सप्रेस वे कुबेरपुर इंटरचेंज के पास सडक़ हादसा रात 1.30 बजे हुआ। तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर डिवाइडर से टकरा गई। इस सडक़ हादसे में नोयडा निवासी चंदन कुमार 32, बिहार के सुदेश कुमार 38, संजीव शर्मा 30, प्रवीन 30 वर्ष और पटना के निवासी गौतम 25 की मौत हो गई। जबकि नोयडा के कुलदीप, राहुल यादव और गाजियाबाद के अजय कुमार घायल हुए हैं। तीनों की हालत नाजुक बनी हुई है।