प्रोजेक्ट को अप्रूवल मिल चुके हैं
सिविल सोसायटी ऑफ आगरा के सेक्रेटरी अनिल शर्मा ने बताया कि सिविल टर्मिनल प्रोजेक्ट को लेकर सभी अप्रूवल मिल चुके हैं। जनवरी, 2023 में सुप्रीम कोर्ट ने ऑर्डर दे दिया। केंद्र सरकार की ओर से इस प्रोजेक्ट को जान-बूझकर लेट किया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट को पहले गति शक्ति में शामिल कर लिया गया। इसमें डिमांड कर दी गई कि 92 एकड़ जमीन और चाहिए। धनौली, बल्हेरा और अभयपुरा गांवों की अतिरिक्त जमीन को प्रदेश सरकार ने अधिग्रहण कर दे दिया। इसके बाद टेंडर निकाल दिया गया। इसमें बिडिंग भी आ गईं, लेकिन अब तक इसे फाइनलाइज नहीं किया गया।

-------------
सिविल टर्मिनल बनने से बढ़ेगी फ्लाइट
आगरा में एयरपोर्ट की मांग दशकों पुरानी है। पहले इंटरनेशनल एयरपोर्ट की मांग होती थी। वह जेवर चला गया। लेकिन अब सिविल एंक्लेव को लेकर तैयारी है। अब सिविल एंक्लेव को हरी झंडी मिल गई है। यदि यह बन जाएगा तो पैसेंजर्स सुविधाएं बढ़ जाएंगी और आगरा की एयर कनेक्टिविटी बढ़ जाएगी।
----------------
अभी वायुसेना परिसर में होकर जाना पड़ता है
सिविल सोसायटी ऑफ आगरा के सेक्रेटरी अनिल शर्मा ने कहा कि अभी वायुसेना परिसर में होकर आगरा से फ्लाइट पकडऩे के लिए जाना पड़ता है। वायुसेना परिसर के गेट से एयरपोर्ट तक बस से जाना पड़ता है। इससे एंट्री करने में भी सिविल एयरपोर्ट जैसी सुविधाएं नहीं मिल पाती हैैं। उन्होंने कहा कि यदि सिविल एंक्लेव बन जाएगा तो अन्य एयरलाइंस भी आगरा से फ्लाइट शुरू करने को इच्छुक होंगी। इससे फ्लाइट्स की संख्या भी बढ़ेगी और यह किफायती भी होंगी।

----------------
अभी दिल्ली से आने वाला टूरिस्ट शहर में नहीं करता स्टे
इंटरनेशनल फ्लाइट से आने वाला टूरिस्ट अभी दिल्ली उतरता है। वहां से रोड या फिर ट्रेन रूट से आगरा आता है। ताज विजिट करने के बाद सेम डे दिल्ली लौट जाता है। ऐसे में ताजनगरी में नाइट स्टे नहीं बढ़ता। शहर में इंटरनेशनल फ्लाइट आने से टूरिस्ट्स शहर में स्टे करेगा। सिविल सोसाइटी के सेक्रेटरी अनिल शर्मा ने कहा कि आगरा में सिविल टर्मिनल बनने के बाद टूरिस्ट्स दिल्ली जाएगा ही क्यों। टूरिस्ट अपने कंट्री से सीधे आगरा के लिए फ्लाइट पकड़ेगा।

वर्जन

सिविल टर्मिनल बनने से आगरा को बहुत फायदा होगा। टर्मिनल में एंट्री आसानी से हो सकेगी। इंटरनेशनल फ्लाइट भी शुरू होंगी। रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम में इंटरनेशनल फ्लाइट भी शामिल हैं।
- अनिल शर्मा, सेक्रेटरी, सिविल सोसाइटी ऑफ आगरा

आगरा में सिविल एंक्लेव के बनने से आगरा के टूर्ज्मि को काफी फायदा होगा। डोमेस्टिक और इंटरनेशनल फ्लाइट्स में इजाफा होने से आगरा टूरिस्ट डायरेक्ट आ सकेंगे।
- तेजवीर सिंह, होटल संचालक
---------------
3 शहरों के लिए फ्लाइट की सुविधा हैै आगरा से फिलहाल
579 करोड़ की लागत आएगी सिविल टर्मिनल पर
--------------
आगरा एयरपोर्ट की टाइमलाइन
2012 में मायावती सरकार में सिविल एंक्लेव के लिए प्रस्ताव तैयार हुआ.
2014 में सपा सरकार में अभयपुरा, धनौली में जमीन अधिग्रहण के लिए प्रस्ताव बना.
2016 में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हुई.
2018 में धनौली में एयरपोर्ट अथॉरिटी ने बाउंड्रीवॉल बनवाई.
2019 में सुप्रीम कोर्ट ने फ्लाइट न बढ़ाने और सर्वे करने का निर्देश दिए.
2021 में एयरपोर्ट अथॉरिटी ने एफिडेविट दिया.
2022 में एयरपोर्ट अथॉरिटी ने सिविल एंक्लेव की योजना को ड्रॉप किया.
2023 में सुप्रीम कोर्ट ने सिविल एंक्लेव को हरी झंडी दी.
2023 में सिविल एंक्लेव को एक्सटेंड करने का प्रस्ताव पास हुआ
2023 में सिविल एंक्लेव को पर्यावरणीय अनुमति भी मिल गई.

-------------
बॉक्स
आजादी से पहले का है आगरा एयरपोर्ट
आगरा एयरपोर्ट की शुरुआत टाटा एयरलाइंस के डाक विमान (डैकोट) के हैंगर के रूप में देश के आजाद होने से पूर्व की गई थी। पृथ्वीनाथ फाटक से आधा किमी दूरी पर स्थित एयरपोर्ट के मुख्य गेट को अब भी टाटा गेट के नाम से जाना जाता है। इसे उपनिवेशक भारत की रॉयल इंडियन एयरफोर्स को हस्तांतरित कर दिया गया था। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान यहां भारत, चीन और बर्मा की लॉजिस्टिक एयर डिपो रही। वर्ष 1947 में देश के आजाद होने के बाद एयरपोर्ट वायुसेना के पास रहा। टाटा एयरलाइंस यहां वायुसेना के सामंजस्य से सीमित फ्लाइट संचालित करती रही। एयरपोर्ट अथारिटी के प्रबंधन में एयरपोर्ट 1972 में आया। वर्ष 1995 में एयरपोर्ट अथॉरिटी और इंटरनेशनल एयरपोर्ट असिविल टर्मिनल का निर्माण कब होगा शुरू
सभी विभागों से मिली अनुमति, अब कब मिलेगी गति
सुप्रीम कोर्ट ने दी हरी झंडी, फिर योजना पड़ी ठंडी
- प्रोजेक्ट के लिए मांगी जा चुकी हैं बिड, अब तक अवार्ड नहीं किया गया टेंडर
- शहर में एयर कनेक्टिविटी में होगा इजाफा, इंटरनेशनल फ्लाइट भी हो सकेंगी शुरू