प्रयागराज ब्यूरो । जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री की अध्यक्षता में सोमवार को संगम सभागार में हुई जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में सड़क दुर्घटनाओं पर प्रभावी नियंत्रण लगाने एवं दुर्घटनाओं की ऑडिट भी कराये जाने के निर्देश दिए गये। सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी से माह फरवरी में हुई सड़क दुर्घटनाओं एवं दुर्घटनास्थलों की थानावार जानकारी ली तथा ब्लैक स्पाट चिन्हित करने के साथ वहां स्पीडगन एवं कैमरा अनिवार्य रूप से लगाये जाने के निर्देश पीडब्लूडी, एनएच एवं अन्य सम्बंधित विभागों के अधिकारियों को दिए।

ब्लैक स्पॉट पर लगवाएं साइन बोर्ड

जिलाधिकारी ने नए चिन्हित ब्लैकस्पॉट पर साइन बोर्ड लगवाये जाने के लिए कहा है, जिसमें उल्लिखित हो कि 'आप कैमरे की नजर में है, हेलमेट अवश्य लगाये तथा गति सीमा को मानक के अनुसार रखेंÓ। उन्होंने हेलमेट व सीट बेल्ट न लगाने वालो के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही करने के लिए कहा है। जिलाधिकारी ने एसीपी टै्रफिक, सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी तथा सम्बंधित सड़कों के अधिकारियों को टीम बनाकर ब्लैकस्पाटों पर होने वाली दुर्घटना के कारणों का पता लगाने के लिए कहा है। जिलाधिकारी ने साइट प्रभारी अभियंता एवं थानाध्यक्ष घूरपुर से स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए है कि दुर्घटनाओं में सबसे ज्यादा किस कारण से मृत्यु हुई है और हण्डिया के साइट अभियंता एवं प्रभारी निरीक्षक हण्डिया से भी स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए है। अगली बैठक में सभी सम्बंधित अधिकारियों को जो भी दुर्घटनाओं से मृत्यु हुई है, उसका पूरी तरह से ऑडिट कराकर रिपोर्ट लाने के निर्देश दिए है.अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व जगदम्बा सिंह, डीसीपी टै्रफिक, सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी व अन्य सम्बंधित अधिकारीगणों के अलावा आटो यूनियन के महामंत्री रघुनाथ द्विवेदी व अन्य लोग उपस्थित रहे।

दुर्घटना रोकने को महत्वपूर्ण निर्देश

जहां पर भी डिवाईडर हटाये गये है, उनकों तत्काल बंद कराया जाय।

आवश्यक स्थानों पर रेफलेक्टर लगवाए जाएं

सड़कों के किनारे पेड़ों की टहनियों की छटाई करायी जाय ताकि सिग्नल साफ दिखे

्रहिट एण्ड रन से सम्बंधित प्रकरणों का शीघ्र निस्तारण कराया जाय

दुर्घटना बाहुल्य स्थलों के नजदीक पडऩे वाले चिकित्सालयों के स्टॉफ को प्रशिक्षित कराया जाय

इन अस्पतालों में सभी आवश्यक सुविधाएं, एम्बुलेंस, दवा की निरंतर उपलब्धता बनाये रखें

एम्बुलेंस का रिस्पांस टाइम तथा अस्पतालों में पेशेंट हैण्डओवर टाइम को कम करने का प्रयास करें