प्रयागराज (ब्‍यूरो)। शुभम लूकरगंज में रहते हैं और वह आटो सेल्स के नजदीक एक प्राइवेट संस्थान में काम करते हैं। बुधवार को रोजाना की तरह वह बाइक से घर से निकले और हाईकोर्ट पुल पर आकर जाम में फंस गए। पुल पर लगी वाहनों की लंबी लाइन में आधे घंटे तक फंसे रहने के बाद उन्हे निकलने का रास्ता मिला। इसी तरह सुलेम सराय के रहने वाले पीयूष पानी की टंकी आरओबी से होकर गए लेकिन वहां पर भी उन्हें भीषण जाम का सामना करना पड़ा। उन्हें नवाब युसुफ रोड स्थित नगर निगम चौराहे तक पहुंचने में पांच मिनट की जगह 35 मिनट लग गए।

और फेल हो गई प्लानिंग
दरअसल, बुधवार को हाईकोर्ट बार एसोसिएशन का चुनाव था। इसको लेकर ट्रैफिक पुलिस ने लंबा चौड़ा प्लान बनाया था लेकिन भीड़ के आगे वह फेल हो गया। सुबह नौ से लेकर दोपहर दो बजे तक पुराने शहर से नए शहर में पहुंचना आसान नही था। हाईकोर्ट के चारों ओर चुनाव के चलते बैरीकेडिंग कर दिए जाने से लोगों ने अपने वाहन जहां तहां खड़े कर दिए। बहुत से लोगों ने पुल पर ही वाहन पार्क कर दिए थे। इसकी वजह से वाहनों की लंबी लाइन लग गई। दोपहर दो बजे तक पुल पर चार और दो पहिया वाहन रेंगते रहे।

एक पुल पर आ गया प्रेशर
उधर, हाल ही में पानी की टंकी के एक आरओबी को बंद कर दिया गया था। इसके चलते दूसरे पुल पर प्रेशर बढ़ गया है। इसका असर बुधवार को दिखाई पड़ा। जब रूट डायवर्जन के चलते आरओबी पर वाहनों की लंबी लाइन लग गई। पानी की टंकी तिराहे पर दोनों ओर से वाहनों के आमने सामने आ जाने पर निकलने का रास्ता बंद हो गया। लोग लगातार हार्न बजाते रहे लेकिन रास्ता नही मिला। इस दौरान ट्रैफिक पुलिस के जवान भी असहाय नजर आए।

फंसी एंबुलेंस और स्कूल वाहन
पुराने शहर से नए शहर जाने वाले एंबुलेंस और स्कूली वाहन भी बुधवार को जाम में फंसे नजर आए। इस दौरान बच्चों और मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। पुलिस के जवानों ने ट्रैफिक हटवाकर इन वाहनों को निकाला। हालांकि दोपहर दो बजे के बाद जाम से निजात मिलने लगी। वाहनों की आवाजाही कम होने की वजह से धीरे धीरे राहगीरों को राहत मिली। पुलिस के जवानों का कहना था कि बैरीकेडिंग के भीतर बाहरी वाहनों को प्रवेश नही दिया जाना है।

मैं सुबह कचहरी जाने के लिए निकला था। लेकिन हाईकोर्ट पुल पर जाम देखकर वापस लौट गया। आधे घंटे बाद आया तो फिर वही स्थिति थी। बाद में लीडर रोड होकर निकलना पड़ा।
आलोक कुमार

मैं भी धूमनगंज जाने के लिए निकला था और जाम में फंस गया। काफी देर बाद पहुुंच सका। इस वजह से काम भी नही हुआ। लौटते समय भी जाम का सामना करना पड़ा।
हेमंत शुक्ला

आज काफी जबरदस्त जाम लगा था। मुझे भी परेशानी का सामना करना पड़ा। हाईकोर्ट पुल से किसी तरह से वापस लौटकर लूकरगंज आया तो वहां पर भी पानी टंकी पुल पर जाम लगा हुआ था। कही भी सुकून नही था।
जय प्रकाश