प्रयागराज (ब्‍यूरो)। सोमवार को इलाहाबाद हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के चुनाव को लेकर ऊहापोह की स्थिति बन गई। दिन में चुनाव समिति ने हाईकोर्ट बार एसोसिएशन का चुनाव स्थगित कर दिये जाने का फैसला मिटिंग के जरिए लिया। बकाया इसकी रिलीज भी जारी कर दी गयी। दिन में एक बजे हुई मिटिंग में चुनाव को स्थगित किये जाने का कारण प्रत्याशियों द्वारा हाई कोर्ट के निर्देंशों का लगातार उल्लंघन और चुनाव आचार संहिता का पालन न करना बताया गया था। चुनाव समिति का यह फैसला आने के बाद प्रत्याशियों के माथे पर शिकन आ गयी। बार के निवर्तमान कोषाध्यक्ष ने तो पत्र जारी करके चुनाव तय तिथि पर ही कराने का आग्रह कर दिया और अपना लेटर भी उन्होंने सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया। प्रत्याशियों ने इस मामले को लेकर चुनाव समिति के सामने गुहार लगायी तो तय हुआ कि रात आठ बजे फिर से मिटिंग होगी। इस मिटिंग के बाद जो आदेश सामने आया है उसमें कहा गया है कि सभी प्रत्याशियों ने भरोसा दिलाया है कि वे हाई कोर्ट के निर्णय का अक्षरश: पालन करेंगे और चुनाव आचार संहिता का भी पालन करेंगे। इसके बाद चुनाव समिति ने अपना फैसला वापस ले लिया और इस आशय की रिलीज जारी कर दी कि चुनाव निर्धारित तिथि यानी 3 अप्रैल को ही कराए जाएंगे।

आज से चुनाव प्रचार बंद
बार चुनाव समिति की ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रत्याशियों ने चुनाव को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट के निर्णय का पालन नहीं किया है। प्रत्याशियों ने गंगोत्री गार्डेन, पृथ्वी गार्डेन, केपी कम्यूनिटी सेंटर, पाम रिजार्टस, दारागंज मठ, शंकर लाल मेमोरियल हाल में भोज का आयोजन किया गया। सभी प्रत्याशियों ने एफिडेविट दिया था कि वह आचार संहिता का पालन करेंगे, मगर इसका उल्लंघन किया। चुनाव समिति द्वारा बार बार नोटिस जारी करने के बाद प्रत्याशियों ने पोस्टर, बैनर और पम्फलेट का इस्तेमाल किया। कोर्ट गलियारे में नारेबाजी की गई। हाईकोर्ट फ्लाईओवर के नीचे टेंट लगाकर प्रचार प्रसार किया गया। बता दें कि चुनाव आचार संहिता के तहत किसी भी प्रत्याशी को न तो किसी रूप में पार्टी करने की अनुमति थी और न ही प्रिंटेड प्रचार सामग्री के इस्तेमाल की। उन्होंने पोस्टर बैनर लगाने की भी अनुमति नहीं दी गयी थी। इसके तहत मंगलवार को प्रत्याशियों को प्रचार करने की भी अनुमति नहीं होगी।

समिति के सभी सदस्यों की सहमति
दोपहर में लिये गये फैसले को लेकर जारी की गयी रिलीज में चुनाव समिति की तरफ से कहा गया था कि अचार संहिता का पालन न किये जाने के चलते निर्धारित तिथि पर चुनाव करा पाना संभव नहीं है। चुनाव समिति के पास चुनाव को स्थगित करने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है। इस रिलीज पर चुनाव समिति के सभी पदाधिकारियों वरिष्ठ अधिवक्ता बीएम जैदी, आरसी सिंह, विनोद कांत श्रीवास्तव, वशिष्ठ तिवारी, प्रभाकर अवस्थी, चंदन शर्मा के हस्ताक्षर थे। रात नौ बजे के करीब जारी रिलीज में भी इन सभी के हस्ताक्षर थे और बताया गया था कि तीन अप्रैल को ही चुनाव कराए जाएंगे।