कब-कब हुए कितने मामले

कोरोना का पहला मामला: 06 अप्रैल

1000 मामले: 20 जुलाई (104 दिन)

2000 मामले- 29 जुलाई (09 दिन)

3000 मामले- 04 अगस्त (06 दिन)

5000 मामले- 14 अगस्त (10 दिन)

6000 मामले- 19 अगस्त (05 दिन)

7000 मामले- 23 अगस्त (04 दिन)

9000 हजार मामले- 29 अगस्त (06 दिन)

10000 मामले- एक सितंबर (03 दिन)

11000 मामले- 4 सितंबर (03 दिन)

12000 मामले- 7 सितंबर (03 दिन)

13000 मामले- 10 सितंबर (03 दिन)

(नोट: दिनों का अंतर प्रति हजार मामले में है.)

-प्रयागराज में संक्रमण की दर में हुई कई गुना बढ़ोतरी

-मॉर्टेलिटी रेट भी तेजी से बढ़ा, चौबीस दिन में हुई 95 की मौत

<कब-कब हुए कितने मामले

कोरोना का पहला मामला: 0म् अप्रैल

क्000 मामले: ख्0 जुलाई (क्0ब् दिन)

ख्000 मामले- ख्9 जुलाई (09 दिन)

फ्000 मामले- 0ब् अगस्त (0म् दिन)

भ्000 मामले- क्ब् अगस्त (क्0 दिन)

म्000 मामले- क्9 अगस्त (0भ् दिन)

7000 मामले- ख्फ् अगस्त (0ब् दिन)

9000 हजार मामले- ख्9 अगस्त (0म् दिन)

क्0000 मामले- एक सितंबर (0फ् दिन)

क्क्000 मामले- ब् सितंबर (0फ् दिन)

क्ख्000 मामले- 7 सितंबर (0फ् दिन)

क्फ्000 मामले- क्0 सितंबर (0फ् दिन)

(नोट: दिनों का अंतर प्रति हजार मामले में है.)

-प्रयागराज में संक्रमण की दर में हुई कई गुना बढ़ोतरी

-मॉर्टेलिटी रेट भी तेजी से बढ़ा, चौबीस दिन में हुई 9भ् की मौत

PRAYAGRAJ:PRAYAGRAJ: प्रयागराज में कोरोना की रफ्तार थमने का नाम नहीं ले रही है। बीते क्ख् दिन में चार हजार मामले बढ़े हैं। औसतन देखा जाए तो हर तीन दिन में एक हजार केसेज बढ़ रहे हैं। यानी प्रतिदिन संक्रमण की दर तीन सौ से अधिक है। जबकि पहले एक हजार मामले पूरे होने में क्0ब् दिन का समय लगा था।

म् अप्रैल को मिला था पहला मामला

शहर में कोरोना का पहला मामला छह अप्रैल को सामने आया था। ख्9 मार्च को शाहगंज के मुसाफिरखाने में नौ विदेशियों को पकड़ा गया था। यह सभी दिल्ली की मरकज से आए थे। इनमें से इंडोनेशिया के जमाती में कोरोना की पुष्टि हुई थी। जांच रिपोर्ट छह अप्रैल को सामने आई थी। इसके बाद कोरोना के पहले एक हजार मामले पूरे होने में क्0ब् दिन का समय लगा था। एक हजारवां मामला ख्0 जुलाई को सामने आया था। वर्तमान में जिले में कोरोना के क्फ्000 से अधिक मामले दर्ज हैं।

एक दिन में ब्ब्फ् मामले

कोरोना अपनी रफ्तार में प्रतिदिन नए रिकॉर्ड बना रहा है। वर्तमान में इसकी दर तीन दिन में एक हजार केस की है। यानी सात हजार से तेरह हजार पहुंचने में केवल क्8 दिन का समय लगा। तीन दिन पहले ब्ब्फ् संक्रमण के मामले एक दिन में सामने आए। यह अब तक सर्वाधिक आंकड़ा है। लेकिन जिस तरह से संक्रमण बढ़ रहा है उसको देखते हुए ड्यूरेशन तीन दिन से भी कम हो सकता है।

ख्ब् दिन में हो गई 9भ् मौतें

केवल संक्रमण ही नहीं बढ़ा है। जिले में कोरोना से होने वाली मौतों का ग्राफ भी बढ़ा है। जिले में पहली मौत म् मई को लूकरगंज के एक इंजीनियर की हुई थी। इसके बाद सौ मौतों का आंकड़ा छूने में प्रयागराज को 9भ् दिन का समय लगा। लेकिन इसके बाद महज ख्ब् दिन के भीतर अगली 9भ् मौतें हो गई। यानी मौतों की दर चार गुना तक बढ़ गई है। यह वाकई चिंता का विषय है। शुक्रवार तक जिले में कोरोना से होने वाली मौतों का आंकड़ा क्9भ् हो चुका है।

संक्रमण का ग्राफ इसलिए बढ़ा है कि हमारी टेस्टिंग बढ़ी है। कांटैक्ट ट्रेसिंग पर अधिक ध्यान दिया जा रहा है। जिससे अधिक से अधिक संक्रमण की जांच कर कोरोना पर काबू किया जा सके।

-डॉ। ऋषि सहाय, नोडल कोविड क्9