-कौशाम्बी पश्चिमशरीरा एरिया के दो दोस्तों के साथ रहता था मृतक

-उठ रहा सवाल, अंदर से बंद कमरे में घुस कर हमलावरों ने कैसे दिया घटना को अंजाम?

PRAYAGRAJ: घर के बंद कमरे में तीन दोस्त गुरुवार रात सो रहे थे। कातिल कमरे के अंदर पहुंचे और एक के सिर पर कातिलाना हमला कर दिए। प्रहार इतना तेज था कि वह हिल तक नहीं सका। मृत समझ कातिल आराम से भाग निकले। आश्चर्य की बात यह है कि उसी कमरे में सो रहे उसके दो अन्य साथियों को भनक तक नहीं लगी। उनकी नजर पड़ी भी तो कातिल के पांव पर। दोनों रामकिशन को हॉस्पिटल ले गए। सुबह उसकी मौत हुई तो पुलिस जा पहुंची। मृतक के घर खबर देने के बाद बॉडी पोस्टमार्टम हाउस भेज दी गई। पोस्टमार्टम में उसकी मौत का कारण सिर पर गहरी चोट बताया गया। कत्ल के पीछे का कारण भी कमरे में साथ सो रहे दोनों दोस्त नहीं बता सके। फिलहाल, दोनों को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ में जुटी है। घटना धूमनगंज एरिया के देवघाट झलवा की है।

हिरासत में मृतक के दोनों दोस्त

कौशाम्बी जिले के पश्चिमशरीरा थाना क्षेत्र स्थित जाफरपुर महाबा निवासी रामकिशन इलाके के चम्पहा बाजार निवासी रामभवन व महेश के साथ रहता था। एक क्षेत्र व गांव के होने की वजह से तीनों देवघाट झलवा में किराए का कमरा लेकर साथ में ही रहते थे। पुलिस के मुताबिक इन दिनों वे सैनिक कॉलोनी राजरूपपुर में राजा शुक्ला के निर्माणाधीन मकान में काम कर रहे थे। गुरुवार को काम करने बाद तीनों कमरे पर गए। खाना बनाने व खाने के बाद दरवाजा बंदकर तीनों कमरे में सो गए। इस बीच पहुंचे अज्ञात लोगों ने रामकिशन के सिर पर कातिलाना हमला कर दिया। मृत समझ कातिल भागने लगे तो उसके दोनों दोस्तों की नींद खुली। दोनों की नजर हमलावर के पांव पर पड़ी। घायल साथी राम किशन को लेकर वह हॉस्पिटल पहुंचे। इलाज के दौरान शुक्रवार सुबह राम किशन की मौत हो गई। सवाल यह कि जब कमरा अंदर से बंद था तो कोई चौथा अंदर पहुंचा कैसे। हिरासत में लिए गए उसके दोनों दोस्त रामभवन व महेश पुलिस को कुछ खास जानकारी नहीं दे पा रहे। हालांकि पूछताछ जारी है। मृतक के दो बेटे आलोक कुमार आठ वर्ष व आयुष कुमार पांच साल का है। पत्‍‌नी सविता और बच्चे उसकी मौत से चीख पड़े।

देर शाम तक परिवार की तरफ से कोई तहरीर नहीं मिली है। सिर पर चोट आने के कारण उसकी मौत हुई है। हिरासत में लिए गए उसके साथ सो रहे दोनों दोस्तों से पूछताछ जारी है।

अरुण कुमार चतुर्वेदी, इंस्पेक्टर धूमनगंज